अमरनाथ यात्रा: लोकसभा चुनाव के ठीक बाद अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इस बार 52 दिन की यात्रा 19 अगस्त तक चलेगी जो 2023 की 62 दिन की यात्रा से दस दिन कम होगी। राजभवन में बुधवार को श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन व उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में यात्रा की तिथियों पर चर्चा की गई। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है।
सूत्रों के अनुसार, यात्रा से पूर्व 22 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा पर प्रथम पूजन का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए अप्रैल में देशभर की विभिन्न बैंक शाखाओं में यात्री अग्रिम पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है। उप राज्यपाल ने यात्रा के दौरान किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सभी उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं।
पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक से दैनिक आधार पर पवित्र गुफा के लिए 10-10 हजार श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा। यात्रा के दौरान बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा से सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण होगा, जिससे देश दुनिया में बैठे श्रद्धालु रोजाना जुड़ सकेंगे। यात्रा शुरू होने से पहले ही दूरसंचार सहित अन्य जरूरी व्यवस्थाएं कर दी जाएंगी। श्रद्धालुओं के रहने, बिजली, पानी, सुरक्षा और अन्य प्रबंधों के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ काम करेंगे। यात्रा के दौरान उच्च स्तरीय साफ सफाई और कूड़ा निस्तारण की सुविधा होगी।
चुनाव के बाद सुरक्षाबल यात्रा भी कराएंगे
सूत्रों का दावा है कि जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव में तैनात किए जाने वाले अर्धसैनिक बलों को सुरक्षित यात्रा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
एप से मिलेगी हर प्रकार जानकारी
श्रद्धालुओं को श्री अमरनाथ यात्रा एप से हर प्रकार की जानकारी समय समय पर उपलब्ध करवाई जाएगी। यात्रा, मौसम तथा आनलाइन सुविधाओं के बारे में भी बताया जाएगा। बैठक में बोर्ड के सदस्यों में डीसी रैना, मंजू गर्ग, विश्वमूर्ति शास्त्री आदि के अलावा अवधेशानंद गिरि जी महाराज वर्चुअल शामिल हुए।
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