लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने रविवार को भी विधान परिषद प्रत्याशियों को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले। जबकि, 11मार्च को नामांकन की अंतिम तिथि है। सपा तीन प्रत्याशियों को जिताने की स्थिति में है। सपा सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मंत्री बलराम यादव, पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली और पूर्व मंत्री किरन पाल कश्यप के नाम फाइनल किए गए हैं।
जबकि, रविवार को नामांकन पत्र चार-पांच नेताओं के तैयार करवाए गए हैं। इनमें मैनपुरी के सपा जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य का नाम भी शामिल है। जब अखिलेश यादव से सपा के विधान परिषद प्रत्याशियों के बारे में पूछा तो उन्होंने यह कहते हुए सवाल को टाल दिया कि सोमवार को पता चल जाएगा।
पूर्व विधायक आलोक शाक्य लखनऊ बुलाए गए
सपा के जिलाध्यक्ष और तीन बार के पूर्व विधायक आलोक शाक्य को पार्टी हाईकमान ने लखनऊ बुला लिया है। उनके एमएलसी बनाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि पार्टी नेतृत्व की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं होने के चलते कार्यकर्ता भी असमंजस में रहे। अब सोमवार को नामांकन के दौरान ही स्थिति साफ होने की उम्मीद जताई जा रही है।
भाजपा केशव प्रसाद मौर्य के सहारे शाक्य मतदाताओं को लुभाने में अब तक कामयाब रही है। इसके बाद विधानसभा चुनाव में स्वामी प्रसाद मौर्य भी शाक्य का नेतृत्व सपा में करते नजर आए। लेकिन अब वह पार्टी से विदा ले चुके हैं। ऐसे में शाक्य मतदाताओं को लुभाने के लिए सपा को भी कहीं न कहीं शाक्य कार्ड की जरूरत है।
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