मोबाइल पर लगातार घंटों बात करना पड़ सकता है भारी…..

मुरादाबाद। मोबाइल पर लगातार घंटों बात करना भारी पड़ सकता है। मोबाइल फोन पर लगातार बात करने से कान में ऐसा दर्द उठ रहा है। जो सामान्य पेनकिलर से ठीक नहीं होता। इससे व्यक्ति बहरेपन का शिकार होने के साथ याददाश्त में कमी की समस्या से भी जूझने लगा है। ऐसे समस्या लिए लोग पं. दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं।

जिला अस्पताल में तैनात ईएनटी डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि मोबाइल पर घंटों बात करने से कान के दर्द की समस्या बढ़ रही है। इसमें सामान्य पेनकिलर काम नहीं करता है। दरअसल मोबाइल पर लगातार बात करने से कान की कोशिकाएं तनाव में आ जाती है। धीरे- धीरे इसका असर शरीर के अन्य हिस्सों पर दिखने लगता है। मोबाइल से होने वाले इस दर्द के लिए रोगी को विशेष दवा दी जाती है। उन्होंने बताया कि पहले रोगियों के कान में हल्की सनसनाहट शुरू होती है। इसके बाद चक्कर सा आने लगता है और याददाश्त कम होने लगती है। इसके साथ ही कान में भारीपन के बाद दर्द उठता है। शुरूआत में व्यक्ति ध्यान नहीं देता है। लेकिन, बाद में किसी भी पेनकिलर से यह ठीक नहीं होता है।

ऐसे होता है कान पर असर
मोबाइल से रेडियो फ्रीक्वेंसी तरंगे निकलती हैं। इनका दुष्प्रभाव कान के आंतरिक हिस्से पर पड़ता है। श्रवण शक्ति से जुड़ी हेयर कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होने लगती है। साथ ही बहरापन आता है। कान और पूरी कनपटी में दर्द रहता है। मस्तिष्क तक इसका प्रभाव रहता है।

क्या न करें
चिकित्सक का कहना है गर्म होने पर बात करना बंद कर दें। एक बार में अधिकतम 20 मिनट से तक ही बात करें। 30 फीसदी या इससे कम बैटरी होने पर बात न करें, इस समय ज्यादा तंरगे निकलती हैं। ईयर फोन लगाकर बात करने से नुकसान होता है। स्पीकर से बात करना सर्वाधिक सुरक्षित रहता है।

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