घटना स्थल पर छानबीन करती पुलिस
इनायतनगर थाना पुलिस ने फॉरेंसिक टीम बुलाकर की छानबीन
मिल्कीपुर-अयोध्या : इनायत नगर थाना क्षेत्र के चमनगंज बाजार के करीब स्थित यादव ढाबा से 200 मीटर पीछे स्थित जंगल झाड़ियों के बीच चिलबिल के पेड़ की डाल से साड़ी के सहारे संदिग्ध अवस्था में 40 वर्षीय महिला का शव पाए जाने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची इनायतनगर पुलिस ने फॉरेंसिक टीम बुलाकर गहन छानबीन कराया और शव को फंदे से नीचे उतरवाकर पंचायत नामा करने के उपरांत पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अयोध्या रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चमनगंज के यादव ढाबा के पीछे लगभग 200 मीटर दूर जंगल झाड़ियों में संदिग्ध परिस्थितियों में महिला का शव चिलबिल के पेड़ से लटकता शौच करने के एक ट्रक ड्राइवर ने देखा। वह चिल्लाते हुए ढाबे पर गया और घटना की जानकारी अन्य लोगों से दी। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची इनायत नगर पुलिस ने ग्रामीण व अन्य लोगों को शव से दूरी बनाए रखा व फॉरेंसिक टीम बुलाया। पुलिस ने शव का पंचायतनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर मिले परि स्थितजन साक्ष्य महिला की हत्या की ओर इशारा कर रहे थे क्योंकि महिला के दोनों पैर घुटने के बल जमीन पर टिके थे और उसका मोबाइल पेड़ की जड़ के पास रखा था जिसका सिम और बैटरी अलग-अलग पड़ा था इसके अलावा महिला का शाल भी थोड़ी दूर पड़ा था। घटना को लेकर एक बहुत बड़ा सवाल पैदा हो रहा है क्योंकि बीते 8 अप्रैल को इस चिलबिल के पेड़ से 10 मीटर दूर स्थित एक शीशम के पेड़ की डांल से रस्सी के सहारे एक युवक का शव भी संदिग्ध अवस्था में लटका हुआ पाया गया था, मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के मानसिक रूप से विक्षिप्त होने का राग अलापते हुए मामले में लीपापोती कर प्रकरण का पटाक्षेप कर दिया था। मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम के साथ प्रभारी निरीक्षक थाना इनायतनगर संदीप कुमार सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक ब्रह्म दत्त पाण्डेय, उपनिरीक्षक अमर बहादुर पटेल, कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह, समीर रंजन, अंकित कुमार सहित ग्रामीण मौजूद रहे। महिला के शव की पहचान सुनीता पत्नी स्वर्गीय लल्लन निवासी ग्राम खिहारन के रूप में हुई है। घटना स्थल से महिला के घर की दूरी लगभग डेढ़ किलोमीटर है। महिला के तीन बेटे एवं तीन बेटियां हैं। जिनमें से दो बेटियों की शादी भी हो चुकी है। महिला का परिवार आर्थिक तंगी से भी गुजर रहा था।