तीन किलोमीटर का किराया 200 रुपए मांगे जाने को लेकर हुआ विवाद
घायल युवक के कैंसर पीड़ित पिता ने पुलिस को दी तहरीर
बस को पुलिस ने कब्जे में लेकर शुरू की जांच पड़ताल
मिल्कीपुर-अयोध्या इनायत नगर थाना क्षेत्र स्थित मिल्कीपुर पेट्रोल पंप तिराहे पर मां शक्ति ट्रैवल्स बस कंडक्टर में किराए को लेकर हुए विवाद में लोहे के राड से पीठ पीठ कर दो युवकों को मरणासन्न कर दिया है। बीच बचाव करने पहुंचे लोगों को भी बस चालक ने तेज रफ्तार से दबाकर मारने का प्रयास भी किया हालांकि लोगों की सूझबूझ के चलते उनकी जान बच सकी। आरोपी बस चालक एवं कंडक्टर के खिलाफ मुकदमा काम किए जाने हेतु घायल युवा के कैंसर पीड़ित पिता ने तहरीर दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक रनापुर गांव निवासी रामसुख यादव ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि वह गंभीर बीमारी कैंसर से पीड़ित है और अपने बेटे प्रेमचंद तथा युवक शिवम के साथ लखनऊ स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल इलाज करने के लिए जा रहे थे। वह मां शक्ति ट्रैवल्स की बस संख्या यू पी 44 एटी 2626 से सवार होकर अपने गांव स्थित तिराहे से लखनऊ के लिए निकले थे। बस में भीड़ अधिक थी। मरीज के साथ मौजूद उसके बेटे प्रेमचंद ने कंडक्टर से अपने बीमार पिता को बैठने के लिए सीट दिलाने का आग्रह किया, किंतु कंडक्टर ने मना कर दिया। इसके बाद प्रेमचंद ने कंडक्टर से कहा कि आप हमें मिल्कीपुर पेट्रोल पंप तिराहे पर उतार दीजिए, इतना लंबा सफर बीमा व्यक्ति खड़े होकर कैसे कर पाएगा। बस कंडक्टर ने मिल्कीपुर पेट्रोल पंप किराए पर मरीज सहित तीनों लोगों को उतार दिया और मात्र तीन किलोमीटर दूरी का 200 रुपए किराया मांगा। प्रेमचंद ने निर्धारित किराया 30 रुपए के बजाय 50 रुपए दे दिया। इसी बात को लेकर कंडक्टर और प्रेमचंद में तू तो मैं में होने लगी। तिराहे पर मौजूद काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। इतने में गुस्सा आए कंडक्टर ने बस के केबिन से लोहे का रॉड निकाला और प्रेमचंद तथा शिवम के सिर पर तगड़ा प्रहार कर दिया। जिसके चलते दोनों युवक लहू लुहान होकर मौके पर ही बेहोश हो गए। उधर बस चालक मौके की नजाकत भांप भागना चाहा तब स्थानीय लोगों की भीड़ ने बस को रोकने का प्रयास किया। किंतु बस चालक ने इतनी तेज रफ्तार में बस आगे बढ़ा दिया कि सामने मौजूद लोगों की भीड़ बस की चपेट में आ सकती थी। घटना के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से घायल युवकों प्रेमचंद व शिवम को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर ले जाया गया जहां इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक डॉ गया प्रसाद विश्वकर्मा ने प्राथमिक उपचार के उपरांत हालत नाजुक देख जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है। इनायत नगर पुलिस ने जानकारी के बाद भाग रही उपरोक्त बस को खंडासा पुलिस के सहयोग से पकड़वा लिया और कब्जे में लेकर इनायत नगर थाने ले आई। पुलिस ने मामले की छानबीन जरूर शुरू कर दी है किंतु खबर लिखे जाने तक मुकदमा नहीं दर्ज हो सका है।