कानपुर, ब्यूरो। एसटीएफ का फर्जी दरोगा जितेन्द्र सिंह परिहार उर्फ शैलेन्द्र हैलट अस्पताल से तब भागा जब उसकी निगरानी में लगा एक सिपाही सामने मरीज के बिस्तर पर सो रहा था और दूसरा सिपाही बाथरूम गया था। पुलिस की जांच में अबतक यह पता चला है कि वह लंगड़ाते हुए जीटी रोड तक पहुंचा और वहां से सवारी लेकर भाग निकला।
जितेन्द्र को हैलट लाने के बाद उसे वार्ड नम्बर 19 के बेड नंबर तीन पर भर्ती किया गया था। ऑर्थोपेडिक का वार्ड 19 न्यू मैरिड छात्रावास के पीछे स्थित है, जो कि काफी अंदर जाकर सुनसान में पड़ता था। उसी से थोड़ा पहले वार्ड 18 का निर्माण हॉल में ही खत्म हुआ है और अब उसमें खचाखच मरीज भर्ती हैं। वार्ड 19 में छह मरीजों को भर्ती करने के लिए बिस्तर लगाए गए हैं। वर्तमान में वहां चार मरीज ही भर्ती हैं।
आरोपित जितेन्द्र को पुलिस रविवार की देर रात लेकर आई थी। उसके बेड के सामने भर्ती सुमिरन राजपूत और अमान ने बताया कि वह किसी से बात नहीं कर रहा था रात में सिर्फ इतना ही कह रहा था कि बहुत दर्द हो रहा है। इसपर उसे एक इंजेक्शन दिया गया था। जिसके बाद वह सो गया था। मरीजों के तीमारदारों के मुताबिक उसकी निगरानी के लिए लगाए गए सिपाही तेज सिंह और दीपेन्द्र दोनों रातभर जगे और तीमारदारों से सोमवार सुबह पांच बजे तक बात करते रहे। इसके बाद खाली बिस्तर पर दीपेन्द्र सो गया। सुबह लगभग साढ़े छह बजे आरोपित बाथरूम गया। वहां से वह निकला तो सिपाही तेज सिंह ने उसके हाथ में हथकड़ी लगा दी और उसका एक सिरा बिस्तर से बांध दिया और खुद बाथरूम चला गया। तीमारदारों के मुताबिक इसके बाद उन लोगों को भी झपकी आ गई। इसी बीच लगभग आठ बजे आरोपित ने अपने हाथ को हथकड़ी से निकाला और चुपचाप मुख्य द्वार से होते हुए फरार हो गया।
गेट को मत खोलना
अमन की पत्नी ने बताया कि सोमवार सुबह जब आरोपित बाथरूम गया तो महिला ने सिपाहियों को बताया था कि बाथरूम में एक पीछे का गेट भी है जो कि झाड़ी वाले रास्ते में खुलता है। वहां से कहीं यह निकल न भागे। इसपर सिपाही सक्रिय हुए और उसे चेतावनी भी दी कि बाथरूम के पीछे का गेट मत खोलना नहीं तो ठीक नहीं होगा। आरोपित बाथरूम होकर लौट आया। इसपर एक सिपाही ने तीमारदार से कहा भी कि उसका पैर टूटा है वह क्या भागेगा।
इस रास्ते का प्रयोग किया होगा
वार्ड 19 से निकल कर लगभग 80 मीटर की दूरी पर एक गेट है जो 24 घंटे खुला रहता है। इस गेट से निकलकर लगभग 30 मीटर का गलियारा पार करके सड़क पर आता है जो कि एनआरएच और न्यू मैरिड छात्रावास के बीच में है। यहां से लगभग 125 मीटर की दूरी पर जीटी रोड को कनेक्ट करता हुआ गेट है। पुलिस को आशंका है कि आरोपित ने भागने के लिए इसी मार्ग का प्रयोग किया होगा।