संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद उसके 88 कर्मचारी मारे गए हैं. टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार (06 नवंबर) को इस बात पर जोर दिया कि गाजा में 88 कर्मचारी मारे गए हैं, जो संयुक्त राष्ट्र के किसी एक संघर्ष में हुई मौतों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 अक्टूबर को युद्ध की शुरुआत के बाद से फ़िलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के 88 कर्मचारी कथित तौर पर मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र की सभी प्रमुख एजेंसियों के प्रमुखों के एक संयुक्त बयान में यह कहा गया है कि यह आंकड़ा एक ही संघर्ष में अब तक दर्ज की गई संयुक्त राष्ट्र की मौतों की सबसे अधिक संख्या को दर्शाता है.
हमास से बंधकों को रिहा करने की मांग
रिपोर्ट के अनुसार, बयान में गाजा में नागरिकों की मौत पर आक्रोश व्यक्त किया गया और “तत्काल मानवीय युद्धविराम” का आह्वान किया गया. इस बीच, यह भी मांग की गई कि हमास उन बंधकों को रिहा करे जिन्हें इजराइल से अगवा किया गया था.
रिपोर्ट के अनुसार, प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को घोषणा की कि इज़राइल तब तक युद्धविराम पर सहमत नहीं होगा जब तक कि हमास आतंकवादी समूह अपने बंधकों को रिहा नहीं कर देता.
नेतन्याहू के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है, “इसे (‘युद्धविराम’ शब्द) शब्दकोष से बाहर निकालें. हम इसे तब तक जारी रखेंगे जब तक हम उन्हें हरा नहीं देते. हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.” बयान में कहा गया, “30 दिन हो गए हैं. बहुत हो गया. यह अब रुकना चाहिए.” कथित तौर पर, गाजा में हमास ने 240 इजरायलियों को अभी भी बंधक बनाकर रखा है.