राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाने के बाद विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) को घेरना शुरू कर दिया है। दिल्ली का AQI कई इलाकों में 320 से भी नीचे चला गया है। दिल्ली सरकार स्थिति को संभालने के लिए बैठकें कर रही है लेकिन मौसम बदलते ही AQI में गिरावट आ सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने कहा कि तापमान में गिरावट और पराली जलाने से होने वाले उत्सर्जन के कारण दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता अगले कुछ दिनों तक ‘बहुत खराब’ रहेगी।
भाजपा मे साफ तौर पर कहा कि प्रदूषण रोकथाम पर केजरीवाल सरकार पूरी तरह फ़ेल साबित हुई है। भाजपा ने एक्स पोस्ट में लिखा कि केजरीवाल के राज में दिल्ली की हवा हुई बेहद ज़हरीली! अरविंद केजरीवाल जैसा मुख्यमंत्री दिल्ली के लिए एक अभिशाप है। भाजपा प्रवक्ता अनिल सूद ने कहा कि दिल्ली में आप सरकार को सत्ता में आए नौ साल हो गए हैं लेकिन वे अपने वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वच्छ हवा और पानी उपलब्ध कराने में विफल रहे हैं, जो किसी भी शहर के लिए बुनियादी आवश्यकताएं हैं। वे शहर की बेहतरी और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए काम करने के बजाय दोषारोपण का खेल खेल रहे हैं।
दिल्ली कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने खराब वायु गुणवत्ता के लिए AAP सरकार को दोषी ठहराया और कहा कि जब AAP दिल्ली में थी, तो उसने पराली जलाने के लिए पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराया, जिससे दिल्ली में प्रदूषण हो रहा है। हालाँकि, अब चूँकि वे दोनों राज्यों में सत्ता में हैं, इसलिए उन्हें अब प्रदूषण और पराली जलाने से कोई समस्या नहीं है। उन्होंने हर प्रदूषण सीजन में दिल्ली को विफल कर दिया है।”