इटावा । ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व शहर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए गले मिलने के बजाय फासले से मुबारकबाद देकर सतर्कता बरतने का संदेश दिया गया। अधिकांश मुस्लिमों ने घर पर नमाज अदा की तो विभिन्न मस्जिदों में तय संख्या मुताबिक ही नमाज अदा करने के लिए पहुंचे। नमाज अदा कर मुल्क में आपसी भाईचारे और अमन चैन की दुआ की और एक दूसरे को ब़करीद की बधाई दी।
प्रशासन और पुलिस महकमा ने नमाज को शांति पूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। सुन्नी समाज के पांच लोगों ने ईदगाह में नमाज अदा की। ईदगाह में पेश इमाम मौलाना कमालउद्दीन अशरफी ने नमाज अदा कराई। यहां फुरकान अहमद पूर्व चेयरमैन एवं मेंबर ईदगाह कमेटी, डा. मो. अफजाल सेक्रेटरी ईदगाह कमेटी, मो. चांद खां, हाफिज मोहम्मद अहमद, सीएफओ तबारक हुसैन ने नमाज पढ़ी।
सिग्नल वाली मस्जिद में मु़फ्ती मो. अनस, शाही मस्जिद नौरंगाबाद में हाफिज ऐजाज अंसारी, नया शहर बोर्डिंग मस्जिद में हाफिज शकील अहमद, मस्जिद तकिया आजादगान में मौलाना आतिफ रहमानी, मस्जिद पंजाबियान में मौलाना जाहिद हुसैन ने नमाज पढ़ाई। इसी प्रकार अन्य मस्जिदों में नमाज पढ़ाई गई। अंजुमन हैदरी कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शावेज ऩकवी ने बताया कि शिया समाज की ईद उल अजहा की नमाज घटिया अजमत अली स्थित मस्जिद पंजतनी में मौलाना सैयद अनवारुल हसन जैदी ने अदा कराई।
श्री जैदी ने कहा कि सभी मजहब के लोग मिलजुल रहें, तभी देश मजबूत होगा। अल्लाह हमारे देश भारत को दुश्मनों की बुरी नजर से बचाए। अल्लाह की राह में पेश की कुर्बानी नमाज के उपरांत शुरू हुआ कुर्बानी का सिलसिला तीन दिन तक जारी रहेगा। हजारों लोगों ने अल्लाह की राह में कुर्बानी पेश की।
शहर में हजारों की तादाद में बकरों की कुर्बानी हुई। महंगाई के दौर में जो लोग बकरों की कुर्बानी नहीं करा सके, उन्होंने भैंस की कुर्बानी में साझेदारी कर अल्लाह की राह में कुर्बानी पेश की। इस मौके पर डा. शुऐब नईमी, राहत अकील, हाजी कमर अब्बास, हाजी अरशद मरगूब, तनवीर हसन, राहत रिजवी, आलिम रिजवी, अयाज हुसैन, मो. अल्ताफ, प्रधानाचार्य गुफरान अहमद, तारिक शम्सी, खादिम अब्बास, हाजी फजल यूसुफ, हाफिज मोहम्मद अहमद चिश्ती ने मुल्क में सुख शांति के लिए दुआ की।