नई दिल्ली, श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम ने तीन मैचों की वनडे इंटरनेशनल सीरीज का दूसरा मुकाबला जीत लिया। हालांकि, भारत के लिए इस मैच में जीत इतनी आसान नहीं थी, क्योंकि 160 रन पर भारत के 6 विकेट गिर चुके थे। कोई बड़ा खिलाड़ी क्रीज पर नहीं था, जिसे बल्लेबाजी का ज्यादा अनुभव हो, लेकिन दीपक चाहर ने पहले क्रुणाल पांड्या और फिर भुवनेश्वर कुमार के साथ बल्लेबाजी करते हुए भारत को जीत दिलाई। दीपक चाहर ने नाबाद 69 रन की पारी खेली, लेकिन कप्तान शिखर धवन को दो अन्य बल्लेबाजों से उम्मीद थी कि वे उन्हें जीत दिलाएंगे।

दरअसल, मैच और सीरीज जीतने के बाद जब शिखर धवन से पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में मैच के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया, “ऐसा लगा कि आज का विकेट काफी बेहतर था और हमने उन्हें अच्छे स्कोर तक सीमित कर दिया। स्पिनरों ने फिर से बढ़िया गेंदबाजी की और तेज गेंदबाजों ने अपनी लाइन और लेंथ को संयमित रखा। हमने अच्छी शुरुआत नहीं की और यह युवाओं के लिए एक अच्छा सबक है कि हर दिन एक जैसा नहीं होता है। वे समझेंगे कि इन परिस्थितियों से कैसे निपटना है और नई रणनीति कैसे लानी है।”

शिखर धवन ने बताया कि उनको मनीष पांडे और सूर्यकुमार यादव से उम्मीद थी कि वे भारत को जीत दिलाएंगे, क्योंकि ये दोनों खिलाड़ी लय में नजर आ रहे थे। हालांकि, मनीष पांडे दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए, जबकि सूर्यकुमार यादव अर्धशतक बनाने के बाद अंदर आती गेंद पर lbw आउट होकर पवेलियन लौट गए। हालांकि, भारत के लिए इस मैच में जीत के हीरो दीपक चाहर रहे, जिन्होंने पहले गेंद से दो विकेट अपने नाम किए और फिर 69 रन की दमदार पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई।

कप्तान शिखर धवन ने कहा, “मनीष पांडे और सूर्यकुमार जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे, हमने सोचा था कि वे हमें मैच जिता देंगे। क्रुणाल ने बीच में जिस तरह से लड़ाई लड़ी वह अद्भुत थी। हम जानते थे कि चाहर ने नेट्स में अपनी बल्लेबाजी पर काफी मेहनत की है। लेग स्पिनर के खिलाफ उनकी दिमागी उपस्थिति और गणना अद्भुत थी। मुझे लगा कि जिस तरह से श्रीलंका ने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अपनी पारी की योजना बनाई वह अद्भुत थी। जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण किया वह देखने लायक था। उन्होंने वास्तव में कड़ी मेहनत की, लेकिन खुशी है कि हम जीतने में सफल रहे।”