The Blat News : गुरुवार सुबह सीआरपीएफ जवान की कैंप के अंदर ही मौत हो गई। चारपाई पर बेसुध देख उसे जीवित समझ साथियों से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जांच के बाद डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। साथी जवानों ने हार्टअटैक से मौत होने की संभावना जताई जा रही है।
बिहार प्रांत जिला मुंगेर थाना धराहरा क्षेत्र के शिवकुंड गांव के रहने वाले अशोक कुमार 1999 में सीआरपीएफ में कांस्टेबल पद भर्ती हुए थे। पदोन्नति पर हेड कांस्टेबल (हवलदार) हो गए थे। वह 239 वी वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल रामपुर से बुधवार की रात जिला उन्नाव आया था। यहां माखी मामले में दुष्कर्म पीड़िता पक्ष के लोगों की सुरक्षा में तैनात थे। कंपनी सदर क्षेत्र के लोकनगर स्थित चौधरी खजान सिंह महाविद्यालय में रुकी है। गुरुवार सुबह चारपाई पर बेसुध मिले। साथियों ने उसे आनन फानन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। मगर डाक्टर ने जांच पड़ताल के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
सीआरपीएफ सीओ संजीव कुमार झा ने उच्चाधिकारियों व परिजनों को घटना से अवगत कराया दिया है। पुलिस ने जवान के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सीओ का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद जवान का पार्थिव शरीर उसके पैतृक गांव ले जाया जाएगा।
The Blat Hindi News & Information Website