किसानों और मजदूरों के सम्मेलन में शामिल होंगे: खरगे

दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बृहस्पतिवार को छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में किसानों और मजदूरों के सम्मेलन में शामिल होंगे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि जिले के भाटापारा शहर में दोपहर करीब 12 बजे होने वाले कृषक-सह-श्रमिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहेंगे। पिछले दो महीनों में खरगे की यह छत्तीसगढ़ की तीसरी यात्रा है।

कांग्रेस के नेतृत्व वाले इस राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। राज्य में जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 24.52 लाख किसानों के बैंक खातों में 1895 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत 65 हजार गोबर विक्रेताओं को 5.16 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा राज्य में 33,642 गन्ना उत्पादक किसानों को 57.18 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि वितरित की जाएगी।

अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना की भी शुरुआत की जाएगी। इस योजना के तहत वे निर्माण श्रमिक जो 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं और दस साल तक पंजीकृत हैं, उन्हें जीवन भर हर महीने 1500 रुपये की मासिक पेंशन दी जाएगी।

इससे पहले खरगे 13 अगस्त और आठ सितंबर को जांजगीर-चांपा और राजनांदगांव जिलों में राज्य सरकार के भरोसे का सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।

सत्ताधारी दल कांग्रेस सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में है वहीं विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी सत्ता वापसी के लिए प्रयास कर रही है। राज्य में चुनाव के करीब आने के साथ ही दोनों दलों के वरिष्ठ नेता लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं।

पिछले दिनों कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा और राहुल गांधी ने भी राज्य में सभा को संबोधित किया था। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी राज्य में परिवर्तन यात्रा कर रही है जिसके दूसरे चरण की शुरुआत भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की थी।

इस यात्रा में केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो रहे हैं। राज्य में इस माह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी सभाओं को संबोधित किया था।

राज्य में 15 वर्षों तक लगातार शासन में रहने के बाद भाजपा वर्ष 2018 का चुनाव कांग्रेस से हार गई थी। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 90 सीटों में से 68 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 15 सीटें मिली थी।

 

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