द ब्लाट न्यूज़ महाकुम्भ 2025 के आयोजन के पहले कुम्भ नगरी प्रयागराज के पौराणिक स्थलों को योगी सरकार भव्य स्वरूप दे रही है । श्री राम वनगमन पथ में स्थित प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम का योगी सरकार कायाकल्प कर रही है। प्रशासन की तरफ से इसे तीर्थ क्षेत्र घोषित करने का एक चरण बताया जा रहा है। प्रभु श्री राम और निषादराज के मिलन की साक्षी रही तपोस्थली श्रृंगवेरपुर धाम के कायाकल्प का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रदेश के धार्मिक और पौराणिक स्थलों को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार द्वारा यहाँ ₹165 करोड के धार्मिक एवं पर्यटन विकास कार्य कराये जा रहे हैं।
प्रयागराज के उप निदेशक पर्यटन बीरेश कुमार बताते हैं कि शासन की तरफ से इसकी मंजूरी मिलने के बाद यहाँ धार्मिक और पर्यटन विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। श्रृंगवेरपुर के रामघाट मार्ग पर ₹19 करोड़ 57 लाख की लागत से एक भव्य सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण किया जा रहा है जिसे नाम दिया गया है निषादराज गुह्य सांस्कृतिक केंद्र। संस्कृति मंत्रालय भी इस परियोजना को स्वीकृति दे चुका है। इस निषादराज सांस्कृतिक केंद्र का डिजाइन भी तैयार करा लिया गया है और इसे भगवान् श्री राम और निषादराज के मिलन का माध्यम बनी नाव के रूप में बनाया जा रहा।
यहाँ एक ऑटोडोरियम का निर्माण भी कराया जा रहा है। यहां राम कथा गैलरी का निर्माण भी हो रहा है। इसमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्शों पर आधारित प्रसंगों की जीवंत प्रस्तुतियां की जायेगी ताकि इसके माध्यम से देश-दुनिया से आने वाले पर्यटक समरसता कि इस धरती से परिचित हो सकें। इसी तरह ₹29 करोड़ की लागत से यहाँ संध्या घाट व टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर भी स्थापित हो रहा है।