द ब्लाट न्यूज़ सफीपुर कोतवाली में प्रभारी पद पर तैनात इंस्पेक्टर ने अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। थाना परिसर में मौजूद कर्मियों ने कमरे में झांक कर देखा तो उनका शव रस्सी के फंदे से लटक रहा था। जानकारी होते ही कर्मियों में चीख-पुकार मच गई। घटना की जानकारी एसपी को दी गई। सूचना मिलते ही एसपी मौके पर पहुंचे और कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल करने के साथ ही परिजनों को सूचना दी है।
वर्ष 2012 बैच आश्रित कोटे से दरोगा पद पर भर्ती हुए अशोक कुमार वर्मा मूलतः बिजनौर जनपद के रहने वाले हैं। बीते जुलाई माह में उनका तबादला लखनऊ रेंज के खीरी जनपद से उन्नाव कर दिया गया। पुलिस लाइन उन्नाव में आमद कर आते ही 5 जुलाई को एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने उन्हें सफीपुर कोतवाली प्रभारी पद की कमान सौंपी। इसके बाद से लगातार वह थाना परिसर पर तैनाती के दौरान सरकारी कार्य में सेवाएं दे रहे थे। थाना क्षेत्र का चर्चित परिसर में युवती की हत्या गैंगरेप के मामले में 2 दिन पहले ही आरोपितों पर एनएसए की कार्रवाई पूरी कराई थी।
रविवार देर रात वह थाना परिसर पर सरकारी काम निपटाने के बाद अपने सरकारी आवास में चले गए। किसी काम से थाने का ही कर्मी उनके आवास पर बुलाने पहुंचा तो उनका शव कमरे में फांसी के फंदे से लटकता में देख चीखने चिल्लाने लगा। इस दौरान थाना पर मौजूद पहले पर सिपाही और सीसीटीएन जीडी में तैनात कर्मी दौड़े। घटना की जानकारी आनन-फानन एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना को दी गई।
सूचना मिलते ही एसपी आनन-फानन उन्नाव से रवाना होकर सफीपुर थाना पहुंचे। उन्होंने कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल करने के साथ ही घटना की जानकारी परिजनों को दी है।