द ब्लाट न्यूज़ मानसून से पूर्व नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों को सुधारने के लिए 375 स्थानों पर रेस्टोरेशन करने के लिए सूची बनाई गई थी। इसके साथ ही शहर की सड़कों पर पाइप लाइन डालने के लिए हो रही खुदाई पर भी रेस्टारेशन करने के दावे नगर निगम ने किए थे। नगर निगम आयुक्त ने निर्माण एजेंसियों को फटकार लगाते हुए कहा था कि बारिश के दौरान अगर कोई घटना होती है तो जिम्मेदारी एजेंसियों की ही होगी।
इसके बावजूद नर्मदा की डिस्ट्रीब्यूशन लाइन डालने वालों ने लापरवाही बरती, जिसका नतीजा शहर भुगत रहा है। मुख्य सड़कों के साथ ही गली-मोहल्लों की सड़कें भी खुदी हुई हैं। इससे बारिश के दौरान वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई। राजवाड़ा से लेकर बायपास और एयरपोर्ट तक की सड़कें गढ्डेदार हो गई हैं। नगर निगम जनकार्य विभाग के अधिकारियों को इस साल पहले से ही यह पता था कि पूरे शहर में नर्मदा की टंकियों से लाइन बिछाने का काम चल रहा है।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत राजवाड़ा और आसपास के कुल 752 एकड़ क्षेत्र में 24 घंटे पानी सप्लाई के लिए नई पाइपलाइन डाली जा रही है। इसके लिए शहर के हृदय स्थल राजवाड़ा के साथ आसपास के बाजार की सड़कों को खोदा जा रहा है। जिससे चलते शहर में अनेक जगह सड़कों पर चांदनुमा गढ्डे नजर आ रहे हैं।