द ब्लाट न्यूज़ अलीगढ़ में गुरुवार की देर रात बड़ा हादसा हो गया। थाना लोधा क्षेत्र के गांव मीर की नगरिया में सरकार द्वारा दिए गए उज्ववला गैस सिलेंडर फटने से एक मकान की छत उड़ गई। जिसके बाद मकान पर भरभराकर जमीन पर धराशाई होकर गिर गया। मकान के मलबे में एक बुजुर्ग व्यक्ति दब गया। जोरदार ब्लास्ट की आवाज सुनते ही गांव में अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई और सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए मकान के मलबे में दबे व्यक्ति को घंटों की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया और उसको आनन-फानन में उपचार के लिए जिला मलखान सिंह अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
वहीं आपको बता दें जब ग्रामीण जिला अस्पताल की इमरजेंसी पर घायल को लेकर पहुंचे। तो वहां पर स्टेचर की व्यवस्था नहीं बनी। जिसके करीब आधा घंटा बाद स्ट्रेचर की व्यवस्था हो पाई। तब जाकर ग्रामीणों द्वारा उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आपको बता दें कि जनपद अलीगढ़ के थाना लोधा क्षेत्र के गांव मीर की नगरिया निवासी 65 वर्षीय वृद्ध प्रेमवीर सिंह गुरुवार की देर शाम करीब 8:00 बजे सरकार द्वारा दिए गए उज्वाला गैस के चूल्हे पर दूध गर्म करने के लिए गया था। बताया जा रहा है कि जैसे ही प्रेमवीर सिंह ने गैस के चूल्हे पर दूध रखा ओर गैस को जलाने के लिए माचिस की तिल्ली जलाई उसी दौरान अचानक सिलेंडर में आग लग गई। सिलेंडर में आग लगते ही पूरे कमरे में देखते ही देखते आग फैल गई जिसके बाद तेज ब्लास्ट के साथ मकान की छत उड़ गई और पूरा मकान जमीन पर धराशाई हो गया और आग बुझ गई और गैस पर दूध गर्म करने गया प्रेमवीर सिंह मकान के मलबे में दब गया। गैस सिलेंडर फटने की खबर पूरे गांव में फैल गई और सैकड़ों की तादाद में ग्रामीणों का जमावड़ा मौके पर लग गया जिसके बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों के द्वारा गैस सिलेंडर फटने की सूचना पुलिस को दी और ग्रामीणों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए मकान के मलबे में दबे 65 वर्षीय व्रत को घंटों की मशक्कत के बाद ढूंढ कर बाहर निकाला गया।
वहीं पड़ोसी गवेन्द्र का कहना है कि प्रेमवीर सिंह वृद्ध है और घर में अकेले रहते थे। जबकि उसकी पत्नी की 6 महीने पहले मौत हो गई थी। वही उसने बकरी पालन के लिए बैंक से पांच लाख रुपये का लोन लिया था।तभी उसको उज्जवला योजना का गैस सिलेंडर मिला था और गैस लीक होने के चलते सिलेंडर का पाइप फट गया और मकान की छत गिर गई।
गांव के ही रनपाल पाल सिंह का कहना है कि गैस का सिलेंडर फटने से हादसा हो गया। मकान की छत गिर गई। वही ग्रामीणों ने पहुंच कर तुरंत प्रेमवीर सिंह को मलबे से निकाला और पुलिस को सूचना देकर अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि घायल के लिए काफी देर तक अस्पताल में स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं बनी। आधे घंटे बाद उसको जिला अस्पताल की इमरजेंसी पर स्ट्रेचर मिला. प्रेमवीर सिंह वर्षों पूर्व होमगार्ड में पीसी थे और नौकरी से रिजाइन दे दिया था।जबकि पत्नी की छह माह पूर्व मौत होने के बाद प्रेमवीर अपने घर में अकेले ही रहते थे।
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