द ब्लाट न्यूज़ यूपी में गांवों में जल संरक्षण एवं जल संचय पर केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार लगातार निगरानी कर रही है। जल संरक्षण और जल संचयन के उद्देश्य से अमृत सरोवरों के निर्माण में देश में सबसे आगे चल रही योगी सरकार का यह संकल्प ग्रामीण इलाकों में गिरते भूगर्भ जल स्तर को रोकने में भी सहायक बन रहा है। संगम नगरी प्रयागराज से इसे लेकर उत्साहित करने वाले परिणाम सामने आये हैं।
संगम नगरी प्रयागराज वर्षा जल संचय को लेकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने जा रही है। अमृत सरोवरों के निर्माण और उनके संरक्षण के विधिवत प्रयास कर रही प्रदेश की योगी सरकार के प्रयास से प्रयागराज जल संरक्षण एवं जल संचयन में प्रदेश में अव्वल स्थान हासिल करने जा रहा है। जिले के मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार के मुताबिक़ जनपद में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 400 से अधिक अमृत सरोवर बनकर तैयार हैं। लगभग 6000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में इन सरोवरों का निर्माण किया गया है। इन सरोवरों में अब पौने दो अरब लीटर वर्षा का जल संचय किया जाएगा। इस तरह अमृत सरोवरों में वर्षा जल संचयन के विषय में प्रयागराज प्रदेश में अव्वल स्थान हासिल करने के करीब है।
योगी सरकार के निर्देश पर जनपद में अमृत सरोवर के निर्माण कार्य में प्रशासनिक तत्परता सामने आई है। उपायुक्त मनरेगा कपिल कुमार बताते हैं कि अमृत सरोवरों के निर्माण पर जिले में लगभग ₹82 करोड़ खर्च हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि सबसे ज्यादा जिले के यमुनापार के मांडा,मेजा, कौन्धियारा, करछना, उरवा और जसरा क्षेत्र में अमृतसरों का निर्माण कराया गया है। कोरांव , शंकरगढ़ और बारा इलाके में भी बड़ी संख्या में यह सरोवर बनाए गए हैं। गंगा पार के बहादुरपुर, सोरांव, फूलपुर, धनुपुर, भगवतपुर, सैदाबाद, हंडिया, मऊआईमा, श्रंगवेरपुर, कौड़िहार, होलागढ़, बहरिया क्षेत्र में बड़े अमृतसरों का निर्माण किया गया है।
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