द ब्लाट न्यूज़ भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय गुरुवार शाम तक जखाऊ पोर्ट के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच सौराष्ट्र और कच्छ के तट और पाकिस्तान के आस-पास के तटों पर दस्तक देने के लिए तैयार है। आईएमडी ने एक बयान में कहा, बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर पिछले छह घंटों के दौरान छह किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-पूर्व और 15 जून को सुबह 5:30 बजे उसी क्षेत्र में केंद्रित रहा। यह अक्षांश 22.5 डिग्री नॉर्थ और देशांतर 67.0 डिग्री ईस्ट के पास, जखाऊ पोर्ट (गुजरात) से लगभग 180 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में, द्वारका से 210 किमी पश्चिम में, नलिया से 210 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में, पोरबंदर से 290 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में, और 270 किमी दक्षिण दक्षिण पश्चिम की ओर बढ़ रहा है।
समुद्र में उठती यह तेज लहरें यह बताने के लिए काफी है कि महातूफान कितना खतरनाक है। बिपरजॉय नाम का यह चक्रवात एक महातूफान बना हुआ है । इस महातूफान के चलते गुजरात के तटीय क्षेत्रों के हजारों लोग बेघर हो गए है ।
वहीं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोर्टिंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है। साथ ही यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और सुरक्षा से समझौता हो।
बिपारजॉय तूफान के 16 जून को दक्षिणी-पश्चिमी राजस्थान में पहुंचने की संभावना है। 16 और 17 जून को जोधपुर एवं उदयपुर संभागों में तेज वर्षा के साथ आंधी-तूफान की संभावना है। 16 जून को जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर एवं जोधपुर के आस-पास के क्षेत्रों तथा 17 जून को जोधपुर, उदयपुर एवं अजमेर के आस-पास के क्षेत्रों में 60 से 70 किमी प्रति घण्टे की गति से तेज हवाएं चलने की आशंका है। तूफान से दक्षिणी-पश्चिमी राजस्थान के निचले इलाकों में जल भराव, मकान क्षतिग्रस्त होने तथा बिजली पोल एवं पेड़-पौधों के उखडऩे की आशंका है। 16 से 18 जून के दौरान किसी भी प्रकार की पर्यटन एवं एडवेंचर गतिविधियों में शामिल नहीं होने की भी सलाद दी गई है।