लखनऊ,संवाददाता। हाईकोर्ट में समीक्षा अधिकारी के पद पर नियुक्ति कराने का झांसा देकर 12 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। नौकरी नहीं मिलने पर रुपये वापस करने के लिए आरोपी तैयार नहीं हुए। पीड़ित ने पुलिस महानिदेशक कार्यालय में शिकायत की। जिसके बाद मदेयगंज कोतवाली में पिता-पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
हरदोई माधौगंज निवासी विनोद कुमार कुशवाहा के मुताबिक दिसंबर 2019 में मदेयगंज खदरा निवासी मो. दानिश अली सिद्दीकी से मुलाकात हुई। बातचीत में आरोपी ने सरकारी विभाग में गहरी पैठ होने का दावा किया। विनोद के मुताबिक आरोपी ने हाईकोर्ट में समीक्षा अधिकारी पद पर भर्तियां खुलने की जानकारी दी। दानिश की लुभावनी बातों में फंस कर विनोद ने बेटे और एक रिश्तेदार की नौकरी लगवाने की बात तय करते हुए करीब 12 लाख रुपये दिए। वर्ष 2020 में कोविड के कारण आरोपी ने नियुक्ति में टाइम लगने की बात कही। फिर दानिश ने फोन उठाना बंद कर दिया। विनोद किसी तरह से दानिश का पता तलाशते हुए उसके घर पहुंचे। पिता सफदर अली सिद्दीकी ने बेटे की गलती मानते हुए रुपये लौटाने का भरोसा दिया। साथ ही एक लाख रुपये की चेक देते हुए कुछ वक्त मांगा।
विनोद के अनुसार सफदर का दिया चेक भी बाउंस हो गया। इसके बाद पीड़ित ने रुपये वापस पाने के लिए कई प्रयास किए। सफलता नहीं मिलने पर डीजीपी दफ्तर पहुंच कर तहरीर दी। जहां से आदेश मिलने के बाद शुक्रवार को मदेयगंज कोतवाली में मो. दानिश और उसके पिता सफदर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।