भोपाल: मुख्यमंत्री ने भूपेंद्र सिंह, गोविंद सिंह और गोपाल भार्गव को तलब कर दी नसीहत

द ब्लाट न्यूज़ मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बुंदेलखंड के राजनीतिक घमासान से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। सागर के तीन मंत्री व नेताओं के बीच बढ़ी खींचतान के बाद मुख्यमंत्री ने तीन मंत्रियों को भोपाल तलब किया। मुख्यमंत्री ने आवास पर सुबह करीब एक घंटे तक तीनों मंत्रियों व क्षेत्र के विधायकों से चर्चा की। मंत्रियों के बीच जारी बयानबाजी को लेकर मुख्यमंत्री ने सख्त नाराजगी जताई और मंत्रियों को स्पष्ट कहा कि सार्वजनिक बयानबाजी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी आपसी तालेमल बैठाकर काम करें। चुनावी साल है, यदि यही चलता रहा तो जनता आपकोक घर बैठाने में पीछे नहीं हटेगी।

 

 

बैठक में लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, परिवहन मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र ङ्क्षसह, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ सागर विधायक शैलेन्द्र जैन और नरयावली विधायक प्रदीप लारिया भी मौजूद रहे। बुंदेलखंड केसागर में मंत्रियों के बीच का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा था। मालूम हो कि पिछले महीने कैबिनेट की बैठक के बाद सागर के मंत्रियों गोपाल भार्गव, गोविंद सिंह राजपूत ने जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया, विधायक शैलेन्द्र जैन और प्रदीप लारिया के साथ मंत्री भूपेंद्र सिंह की शिकायत की थी। कहा था कि मंत्री भूपेंंद्र सिंह ऐसे लोगों को प्रश्रय दे रहे हैं, जो उनके विरोधी हैं। सागर में बिना उनसे (भूपेंद्र) से पूछे कोई काम नहीं हो रहा।

सागर के हालात ठीक नहीं हैं। भूपेंद्र सिंह सेनाराज गुट ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर भी आपत्ति दर्ज कराई थी। इस बयानबाजी को लेकर मुख्यमंत्री बहुत नराज थे। जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीनों मंत्री व विधायकों को मुख्यमंत्री आवास पर बुलाया। सोमवार सुबह करीब एक घंटे तक बैठक की और अलग-अलग बात सुनी। उसके बाद मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा-सार्वजनिक तौर पर कोई भी ऐसी बात न कहे, जिससे जनता और कार्यकर्ताओं में गलत संदेश जाए। सोशल मीडिया पर भी विरोधाभासी टिप्पणियां नहीं करें। साथ ही, कहा कि कार्यकर्ताओं और करीबियों को भी यह समझाएं कि सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी न करें। केन्द्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर चल रहे विशेष जनसंपर्क अभियान में भागीदारी निभाएं।

हालांकि बैठक के बाद मंत्री भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत ने चुप्पी साधरखी है। लेकिन जानकारी मीडिया में आने के बाद मंत्री गोपाल भार्गव ने इन खबरों को निराधार बताया था। वहीं, विधायक प्रदीप लारिया ने कहा कि हम क्षेत्र के विकास की चर्चा करने गए थे। इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है, विवाद जैसी कोई बात नहीं है।

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