भोपाल: मध्यप्रदेश को बड़े ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर उपयोग कर रहे थे आतंकी

द ब्लाट न्यूज़ आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े गुपचुप तरीके से मध्यप्रदेश में अपना नेटवर्क तैयार कर रहे थे। आतंकियों ने भोपाल सहित समूचे मध्यप्रदेश को बड़ा पनाहगाह बना रखा है। एनआईए के हत्थे चढ़े आतंकी मध्यप्रदेश को बड़े ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर उपयोग कर रहे थे। यह पुलिस और आम नागरिकों के लिए परेशानी का सबब भी है। ऐसा इसलिए कि मध्यप्रदेश में पहले प्रतिबंधित संगठन स्टूडैंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया सिमी का जोर था। उसके बाद पॉपुलर फ्रट ऑफ इंडिया पीएफआई जमात-ए-मुजाहिदीन जेएमबी औरा हिज्ब-उल-तहरीर (एचयूटी) के बाद आईएसआईएस के नेटवर्क का खुलासा हुआ है।

 

 

जांच एजेंसियों की पूछताछ में सभी आतंकी संगठनों ने कबूला कि वे एमपी के अलग-अलग इलाके में ट्रेनिंग कैम्प चला रहे थे। खास बात यह है कि अब तक जितने आतंकी संगठन पकड़े गए हैं, तकरीबन सभी ने सिमी की बनाई जमीन का उपयोग किया है। यह मामला आईएसआईएस के आतंकियों केक पकड़े जाने के बाद ताजा हो गया है। क्योंकि भोपाल सहित मध्यप्रदेश को आतंक के गढ़ के रूप में तब्दील करने की कोशिशें कई संगठन कर रहे हैं। शांति का टापू कहे जाने वाले मध्यप्रदेश के आईएसआईएस ने भी अपना बड़ा ठिकाना बनाया था। ऐसा इसलिए कि उन्हें उम्मीद है कि सिमी और पीएफआई के नेटवर्क का उन्हें फायदा मिल जाएगा। पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ में स्वीकार भी किया कि इसमें से कई लोग सिमी और पीएफआई की विचारधारा से प्रभावित हो रहे हैं और उसी के चलते आईएसआईएस से जुड़े हैं। जांच एजेंसी को शक है कि गिरफ्तार किए गए आतंकी सिमी और पीएफआई के लिए काम कर चुके हैं।

यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए परेशानी का सबब है। सिमी ने अपना नेटवर्क मालवा इलाके में बनाया था। फिर महाकौशल और भोपाल के आसपास क इलाके में उसका विस्तार किया था। बाद में सतना और रीवा तक अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया था। इसका ज्यादा उपयोग पीएफआई ने राजनीति दल के तौर पर किया था। उस पर प्रतिबंध के बाद जीएमबी, एचयूटी और आईएसआईएस ने भी पुरानी जमीन पर अपना नेटवर्क खड़ा करने की कोशिश की है। मध्यप्रदेश के लिए बेहद डरावना भी है। ऐसा इसलिए कि मध्यप्रदेश एक मात्र राज्य है, जिसे शांति का टापू कहा जाता था। सरकार भी मध्यप्रदेश को शांति का टापू बताते हुए नहीं थकती थी।

डकैतओं और नक्सलियों का सफाया करने का दावा भी किया जाता है, लेकिन उनसे ज्यादा खतरनाक माने जाने वाले आतंकी संगठन अब प्रदेश में पैर पसारने लगा है। अफसरों का कहना है कि यह हमारी सक्रियता का आसर है, जिसकी वजह से आतंकी संगठन पकड़े जा रहे हैं और ये किसी भी बड़ी गतिविधियों को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं।

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