THE BLAT NEWS:
नयी दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के महासचिव को महासंघ के वित्तीय लेखे-जोखे सहित सभी आधिकारिक दस्तावेज तदर्थ पैनल के हवाले करने का आदेश दिया है।
आईओए ने जारी एक पत्र में आदेश दिया कि डब्ल्यूएफआई की शासकीय समिति महासंघ के कामकाज में कोई भूमिका नहीं निभाएगी। डब्ल्यूएफआई नेे कहा कि उसे आईओए का आदेश मानने में कोई आपत्ति नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पहलवानों के अप्रैल में प्रदर्शन पर लौटने के बाद आईओए ने डब्ल्यूएफआई के संचालन और चुनाव आयोजित करने के लिये एक तदर्थ पैनल का गठन किया था। ये एथलीट महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीडऩ के आरोप में डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
आईओए ने अपने पत्र में कहा कि सभी प्रशासनिक, वित्तीय और संचालन-संबंधी कार्य तदर्थ पैनल द्वारा किये जायेंगे।
आईओए ने कहा, आईओए के 12 मई 2023 के आदेश के अनुसार, यह स्पष्ट किया जाता है कि कुश्ती के अनुशासन के लिये आईओए द्वारा गठित तदर्थ समिति खेल संहिता के तहत राष्ट्रीय खेल संघ के सभी कार्य और जिम्मेदारियां पूरी करेगी। तदर्थ समिति के होते हुए डब्ल्यूएफआई के पदाधिकारी महासंघ के किसी काम में कोई भूमिका नहीं निभाएंगे। वे किसी प्रशासनिक, वित्तीय, संचालन-संबंधी या किसी अन्य भूमिका में काम नहीं करेंगे।पत्र में कहा गया, डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान पदाधिकारियों को निर्देश दिया जाता है कि वे वेबसाइट प्रबंधन, वित्तीय साधनों, अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भारतीय खिलाडिय़ों की भागीदारी के लिये प्रविष्टियां करने के लिये लॉगिन विवरण सहित सभी आधिकारिक दस्तावेजों को तत्काल रूप से तदर्थ समिति को सौंप दें।उल्लेखनीय है कि तदर्थ समिति ने अंडर-17 और अंडर-23 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के लिये टीम चयन की नियमावली को अंतिम रूप दे दिया है। टीम चयन के लिये ट्रायल 17 मई को पटियाला में आयोजित होंगे जबकि एशियाई चैंपियनशिप किर्गिज़स्तान की राजधानी बिश्केक में 10-18 जून के बीच आयोजित की जायेगी।