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जबलपुर। दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क लाई गई चार साल की मादा चीता दक्षा की भी मई को हुई मौत् की गुत्थी सुलझ गई है। कूनो में ही शव का पोस्टमार्टम करने वाली टीम के एक सदस्य के मुताबिक दो नर चीतों ने दक्षा के साथ मेटिंग (सहवास) के दौरान उस पर गंभीर हमला किया। हमला इतना घातक था कि मादा चीता के सिर की हड्डियां टूट गई ओर भीतर की ओर तक धंस गई। घातक हमले से दक्षा का मस्तिष्क पंचर हो गया था। इस दौरान उसके पेट और पैर पर भी नर चीतों ने पंजों से घातक वार किया था। यहां से मांसपेशियां बाहर निकली मिलीं। बता दें कि चीतों के संरक्षण को लेकर जबलपुर की स्कूल आफ वाइल्ड लाइफ हेल्थ एंड फारेंसिक लैब के एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। भविष्य में चीतों की मौत् न हो, इसके लिए जांच दल में शामिल जबलपुर के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट ने मादा चीते के पोस्टमार्टम के बाद कई अंगों के सैंपल लिए, जिसकी जांच जबलपुर के नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के स्कूल आफ वाइल्ड लाइफ फारेंसिक एंड हेल सेंटर में की जा रही है। ऐसा पहली बार है कि दक्षिण अफ्रीका से आए चीतों की मौत की वजह जानने विश्वविद्यालय के वन्यजीव विशेषज्ञ जुटे हुए हैं। दरअसल, नर चीतों के मेटिंग के दौरान दक्षा के साथ व्यवहार ने कूनो प्रबंधन और जांच दल कोपरेशान कर दिया है। वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामले 100 में से एक एक होते हैं, जब नर-मादा सहावास में प्यार कम, गुस्सा ज्यादा होता है।
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