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सागर। मप्र के सागर में सेंट फ्रांसिस सेवाधाम आश्रम में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कई गड़बडिय़ां पकड़ीं और कैंट पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए निर्देशित किया। हालांकि, मंगलवार तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। निरीक्षण में कानूनगो ने पाया कि सेंट फ्रांसिस सेवाधाम आश्रम में बिना पंजीयन के छात्रावास का संचालन किया जा रहा है। यहां रहने वाले बच्चों को कई सालों से उनके स्वजनों से भी नहीं मिलने दिया गया। उन्हें आश्रम के एक कमरे में शराब की दस बोतलें भी मिली हैं। कानूनगो ने बताया कि सेंट फ्रांसिस सेवाधाम आश्रम में किशोर न्याय अधिनियम के तहत अलग-अलग प्रकार के संस्थान जैसे दिव्यांग, मानसिक रूप से कमजोर और बालक-बालिक छात्रावास आदि संचालित हो रहे हैं।

बालक छात्रावास के पंजीयन की जानकारी सही नहीं मिली, जबकि बालिका छात्रावास में भी गड़बडिय़ां मिली हैं। यहां संचालित हो रहे आधा दर्जन से अधिक संस्थान नियम विरुद्ध पाए गए। नियमानुसार बालिका और बालक छात्रावास अलग-अलग संचालित होना चाहिए, लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि सेवाधान में दो और छात्रावास का भी संचालन हो रहा था। वे किस विभाग के तहत चल रहे हैं, इसकी जानकारी भी नहीं मिली। जांच में पाया गया कि सेवाधाम के संचालकों ने शिक्षा विभाग को गलत जानकारी दी है। शिक्षा विभाग को बताया गया है कि वहां स्कूल भी छात्रावास के साथ चल रहा है, जबकि स्कूल का कुछ अता-पता नहीं है। आश्रम से ही एक बच्चा वर्ष 2019 में गायब हुआ था, उसकी जानकारी भी आज तक नहीं मिली है।
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