THE BLAT NEWS:
विकासनगर । शनिवार की शाम को महमूदनगर शंकरपुर में चार वर्षीय बच्चे को निवाला बनाने के बाद गुलदार अब तक नजर नहीं आया है। वन विभाग ने गुलदार को पकडऩे के लिए दो पिंजरे लगाए हैं, लेकिन घटना के तीसरे दिन भी वन विभाग के पिंजरे खाली रहे। वहीं गुलदार की दहशत से शंकरपुर के लोग खौफजदा हैं। शाम होते ही लोग घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर घरों में कैद हो रहे हैं। सुबह तक गांव के मुख्य मार्ग से लेकर गली मोहल्लों की सड़कें पूरी तरह से सूनी पड़ी हैं। हालांकि वन विभाग की टीम लगातार गुलदार की तलाश में गश्त करने के साथ ही लोगों को अलर्ट रहने के लिए लगातार सचेत कर रही है। शनिवार की शाम साढ़े सात बजे गुलदार ने चार वर्षीय एहसान को घर के आंगन से उठाकर जंगल की ओर ले जाकर उसको निवाला बनाया था। बारह घंटे बाद रविवार सुबह साढ़े सात बजे आम के एक बाग में एहसान का शव पुलिस और वनकर्मियों को मिला था। इस घटना के बाद से पूरे शंकरपुर गांव के लोग गुलदार की दहशत से बेहद घबराए हुए हैं।
गांव के लोग शाम होते ही घरों की खिड़कियां और दरवाजे बंद कर अपने परिवार और बच्चों के साथ सुबह सूर्योंदय होने तक कैद हो जा रहे हैं। ग्रामीणों को डर है कि गुलदार न जाने कहां से किस रास्ते आकर उनके परिजनों और उनको निवाला न बना डाले। गांव को जाने वाले मुख्य मार्गों से लेकर गली मोहल्लों की सडकें शाम होते ही सुनसान हो जा रही है। गांव में इक्का-दुक्का लोगों को छोड़ कोई भी घर के बाहर नहीं घूम रहा है। गांव में शाम ढलते ही कफ्र्यू लगने जैसे हाल हैं। ऐसे में भयभीत ग्रामीण लगातार गुलदार को मारने अथवा पकडऩे की मांग वन विभाग से कर रहे हैं। रेंज अधिकारी मुकेश कुमार का कहना है कि गांव वालों को अलर्ट रहने के लिए कहा जा रहा है। कहा कि विभाग ने वन कर्मियों की चार टीमें गश्त पर लगाई हैं जो दिनभर व रात को पूरे क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। रात्रि के समय के लिए गश्ती टीम को वाहन भी उपलब्ध कराया गया है। बताया कि गुलदार को पकडऩे के लिए दो पिंजरे लगाए हैं, लेकिन गुलदार घटना के दिन के बाद से कहीं नजर नहीं आ रहा है। बताया कि गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने के लिए चीफ वाइल्ड लाइफ वाल्डन से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलने के बाद गुलदार को मारने की कार्रवाई की जाएगी।