बीच सड़क अतिक्रमण कर चल रहीं बसें
वाराणसी। रोडवेज के आसपास अवैध रूप से बसों का संचालन दशक भर से अधिक समय से हो रहा है। चौकाघाट फ्लाईओवर के निर्माण के बाद भी इस पर लगाम नहीं है। अंधरापुल से कैंट रोडवेज, रेलवे स्टेशन तक बीच सड़क कब्जा कर अवैध बसों का संचालन जारी है। आरोप यह है कि इसमें स्थानीय पुलिस और बस माफियाओं का तगड़ा गठजोड़ है। परिवहन विभाग की संलिप्तता भी कम नहीं है। खुले तौर पर यहां बसों का अवैध संचालन हो रहा है, बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही।
इसी का नतीजा है कि आये दिन यहां विवाद होता रहता है। दो साल पहले जब अवैध बसों के संचालन पर उप परिवहन आयुक्त डीके त्रिपाठी के नेतृत्व में अभियान चलाया गया तो बस माफियाओं ने टीम पर ही हमला कर दिया। उस दौरान मामूली धाराओं में सिगरा पुलिस ने कार्रवाई की। करीब एक माह तक सड़कें अतिक्रमण मुक्त रहीं और बसों का संचालन नहीं हुआ। इसके बाद फिर से वही है। बीच सड़क जहां-तहां बिहार, आजमगढ़, जौनपुर, प्रयागराज की निजी बसें खड़ी कर धड़ल्ले से सवारियां ढोई जाती हैं।
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