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नई दिल्ली । वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने वित्त वर्ष 2023 की अपनी चौथी तिमाही में प्रभावशाली वृद्धि की घोषणा की है, जिससे वित्तीय वर्ष की समाप्ति अच्छी रही है। वित्त वर्ष 2023 की अपनी चौथी तिमाही में कंपनी का राजस्व साल-दर-साल 51 प्रतिशत बढ़कर 2334 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि पूरे साल का राजस्व साल-दर-साल 61 प्रतिशत बढ़कर 7990 करोड़ रुपये हो गया, जिससे यह नए युग की सबसे अधिक कमाई करने वाली कंपनी बन गई। चौथी तिमाही में पेटीएम ने अपने ऑपरेटिंग लाभ में 234 करोड़ रुपये की और वृद्धि दर्ज की है।
कंपनी ने कहा कि यह मुद्रीकरण की बढ़ी हुई गति, बेहतर लागत प्रबंधन और उच्च परिचालन लाभ से हासिल किया गया। चौथी तिमाही में पेटीएम का भुगतान राजस्व सालाना आधार पर 41 प्रतिशत बढ़कर 1,467 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के लिए केवल मौजूदा तिमाही के यूपीआई इंसेंटिव सहित केवल शुद्ध भुगतान मार्जिन 554 करोड़ रुपये था, जो साल दर साल 107 प्रतिशत अधिक है।
चालू वित्त वर्ष में शुद्ध भुगतान मार्जिन 2.9 गुना बढ़कर 1,970 करोड़ रुपये हो गया, जो यूपीआई के उच्च हिस्से के बावजूद भुगतान व्यवसाय की लाभप्रदता को प्रदर्शित करता है।
पिछली तिमाहियों के यूपीआई इनसेंटिव को छोड़कर, भुगतान राजस्व में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2023 के लिए पेमेंट वॉल्यूम में बढ़ोतरी और डिवाइस व्यापारियों से उच्च सब्सक्रिप्शन आय, वित्त वर्ष 2023 में भुगतान राजस्व 44 प्रतिशत बढ़कर 4,928 करोड़ रुपये हो गया।पेटीएम ने वित्तीय सेवाओं और अन्य से राजस्व के साथ अपने ऋण वितरण व्यवसाय में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि की, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 183 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 475 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 253 प्रतिशत बढ़कर 1,540 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने कहा कि यह काफी हद तक इसके प्लेटफॉर्म के माध्यम से वितरित ऋणों के मूल्य में 364 प्रतिशत की वृद्धि के कारण था।
कंपनी अपने व्यापारियों को मार्केटिंग सेवाएं प्रदान करके अपने वाणिज्य और क्लाउड सेगमेंट में पेटीएम ऐप ट्रैफिक का मुद्रीकरण करना जारी रखे हुए है। चौथी तिमाही में वित्त वर्ष 2023 में पेटीएम का वाणिज्य और क्लाउड राजस्व साल दर साल 23 प्रतिशत बढ़कर 392 करोड़ रुपये हो गया।
वित्त वर्ष 2023 में वाणिज्य और क्लाउड राजस्व 38 प्रतिशत बढ़कर 1,520 करोड़ रुपये हो गया। पेटीएम का कॉन्ट्रिब्यूशन मार्जिन वित्त वर्ष 2022 के 30 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 49 प्रतिशत हो गया, जिसका कारण बेहतर भुगतान लाभप्रदता और उच्च मार्जिन ऋण वितरण व्यवसाय में वृद्धि है।
वित्त वर्ष 2023 की अपनी चौथी तिमाही के लिए औसत मासिक लेन-देन करने वाले यूजर्स के साथ प्लेटफॉर्म पर कंपनी का जुड़ाव लगातार बढ़ रहा है, जो साल दर साल 27 प्रतिशत बढ़कर 90 मिलियन हो गया है, जो भारत में उपभोक्ताओं और व्यापारियों द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने का संकेत देता है।
वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कंपनी का ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू 3.62 लाख करोड़ रुपए रहा, इसमें साल दर साल 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
पेटीएम का दावा है कि उसका विजन निकट भविष्य में 50 करोड़ से अधिक भुगतान यूजर्स के साथ 10 करोड़ व्यापारियों को जोडऩे का है। डेकाकॉर्न के सात उधार देने वाले साझेदार हैं और उनका लक्ष्य वित्त वर्ष 2024 में 3-4 भागीदारों को सूचीबद्ध करना है