द ब्लाट न्यूज़ जनपद अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री और उनकी सरकार के स्वास्थ्य विभाग के दावों की उस वक्त पोल खुल गई। जब 8 माह की गर्भवती महिला ऑक्सीजन की कमी के चलते कई घंटों तक रास्ते पर तड़पती रही। जिसके कई घंटों बाद सरकारी एंबुलेंस मौके पर पहुंची और ऑक्सीजन की कमी के चलते दर्द से तड़प रही 8 महीने की गर्भवती महिला को उपचार के लिए महिला अस्पताल में ले जाया गया। तो वही 8 महीने की गर्भवती महिला को ऑक्सीजन नहीं मिलने ओर सरकारी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंचने पर स्थानीय लोगों द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलते हुए वीडियो बनाया गया। जिसके बाद 8 महीने की गर्भवती महिला का स्थानीय लोगों द्वारा वीडियो बनाने के बाद 34 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक महिला कह रही है कि उसकी एमओआईसी के द्वारा भी सरकारी एंबुलेंस को फोन किया गया था। जिस बात को स्वास्थ्य विभाग के सरकारी एंबुलेंस चालकों के द्वारा अनदेखा कर दिया और सरकारी ऑक्सीजन एंबुलेंस के लिए करीब 2 घंटे तक फोन मिलाया गया। लेकिन फोन के बावजूद भी सरकारी ऑक्सीजन एंबुलेंस गर्भवती महिला के लिए नहीं मिली। जिसके चलते 8 महीने की गर्भवती महिला कई घंटे तक रास्ते पर प्लास्टिक की कुर्सी डालकर दर्द से तड़पती रही। लेकिन एंबुलेंस चालकों के कानों पर जूं नहीं रेंगी।
आपको बता दें कि पूरी घटना उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना देहली गेट इलाके के इंदिरा नगर यूपीएससी की है। जहां सरकारी ऑक्सीजन एंबुलेंस नहीं मिलने के चलते एक 8 महीने की गर्भवती महिला सरकारी एंबुलेंस के इंतजार में कई घंटों तक सड़क पर प्लास्टिक की कुर्सी डालकर दर्द से तड़पती रही। इस दौरान गर्भवती महिला के साथ में मौजूद महिला आशा कर्मी घंटो तक सरकारी ऑक्सीजन एंबुलेंस को फोन मिलाते रही। लेकिन फोन पर हुई बातचीत के बावजूद भी सरकारी एंबुलेंस सेवा 108 के चालक घंटो तक महिला से बतावे जानकारी करने में जुटे रहे। लेकिन कई घंटे गुजर जाने के बाद भी एंबुलेंस सेवा मौके पर नहीं पहुंची। जिसके चलते गर्भवती महिला की हालत गंभीर बन गई। वही किसी स्थानीय व्यक्ति के द्वारा महिला की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।
आपको बता दें नगला मसानी क्षेत्र निवासी महिला 8 महीने की गर्भवती थी। 8 महीने की गर्भवती महिला ऑक्सीजन कमी होने के कारण इंदिरा नगर यूपीएससी पहुंची। जहां से उसको जिला महिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया और ऑक्सीजन सहित एंबुलेंस में जाने के लिए कहा गया।लेकिन गर्भवती महिला यूपीएससी के बाहर बैठकर घंटो तक सरकारी सेवा 108 को लगातार फोन करती रही और दर्द से तड़पती रही। लेकिन इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की सरकारी एंबुलेंस सेवा सिर्फ गर्भवती महिला से उसकी जानकारी और पता करती रही। वही पूरी घटना की वीडियो स्थानीय लोगों के द्वारा मोबाइल कैमरे में कैद करने के बाद गर्भवती महिला के 34 सेकंड के वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।जिसमें सरकारी 108 एंबुलेंस सेवा की तस्वीर साफ देखने को मिली हैं। जहां 8 महीने की गर्भवती महिला बच्चे को जन्म देने के लिए दर्द से तड़पती रही। तो वही सरकारी एंबुलेंस के चालक गर्भवती महिला से जानकारी करते रहे की वह कहां मौजूद हैं। लेकिन फोन पर कई घंटे तक हुई बातचीत के बावजूद भी सरकारी ऑक्सीजन एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची।