लखनऊ: पशुओं के निशुल्क इलाज के लिए शुरू की गई एम्बुलेंस सेवा

द ब्लाट न्यूज़ पशुओं की बीमारी व उनकी देखभाल के लिए भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयास से शुरू की गई मोबाइल वेटरनरी सेवा को एक माह मंगलवार को पूर्ण हो गया। इस दरम्यान हजारों की संख्या में किसानों व पशुपालकों के पशुओं की बीमारी का मुफ्त इलाज उनके घर पर किया गया। साथ ही 1962 टोलफ्री नंबर पर काल करके चिकित्सीय परामर्श सुविधा का लाभ भी उन्हें घर बैठे हुआ। जिससे पशुओं के निशुल्क इलाज के लिए शुरू की गई इस सेवा से किसानों व पशुपालकों में खासा विश्वास जगा है। सेवा शुरू होने के एक माह के भीतर ही अकेले वाराणसी जोन के अंतर्गत आने वाले जिलों के हजारों लोगों ने इस निशुल्क सेवा का लाभ उठाया है।

 

 

वाराणसी जोन में मोबाइल वेटरनरी यूनिट के संचालन का जिम्मा संभाल रही भारत विकास ग्रुप (बी.वी.जी) के मुख्य परिचालन अधिकारी जितेंद्र वालिया ने बताया कि सेवा की शुरुआत 26 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदितयनाथ ने लखनऊ स्थित अपने आवास से एम्बुलेंसों को हरी झंडी दिखा कर की थी। जिसके अंतर्गत पचास प्रतिशत एंबुलेंस फिक्स रूट तथा पचास प्रतिशत इमरजेंसी हेतु रेडी रहती है। उन्होंने बताया कि वाराणसी जोन के अंतर्गत कुल 3053 कॉलें आईं। इस दौरान कुल 1970 गावों में कैम्प लगाए गए। जिसमें 9000 से अधिक पशुपालकों ने चिकित्सीय परामर्श सेवा का लाभ लिया व अधिक बीमार पशुओं को दरवाजे पर मोबाइल वेटरनरी यूनिट द्वारा उपचार उपलब्ध कराया गया। वालिया ने बताया कि वाराणसी मंडल के 15 जिलों में पशु एंबुलेंस के बेहतर संचालन हेतु 5 जिला पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गयी है। उन्होंने बताया कि हमारे 8 सीटर कॉल सेंटर पर जैसे ही किसी जरूरतमंद की कॉल आती है उसे तत्काल चिन्हित स्थल के निकट उपलब्ध मोबाइल वेटनरी यूनिट के पास स्थान्तरित कर दिया जाता है और हमारी पशु चिकित्सीय टीम मौके पर पहुंच कर बीमार पशु को उपचार उपलब्ध कराती है। साथ ही जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा निर्धारित रूट प्लान के अनुरूप भी मोबाइल वेटरनरी यूनिट ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर पशुओं को उपचार उपलब्ध कराने का कार्य भी कर रही है।

 

 

जितेंद्र वालिया ने बताया कि एक माह में 15 जिलों में मोबाइल वेटनरी यूनिट के द्वारा कुल 9000 से अधिक पशुओं को, जिनमें गाय, भैंस ,भेड़ ,स्वान आदि को उपचार उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि जिनमें अधिकांश संख्या में पशु पेट के कीड़े, शरीर पर घाव, बुखार आदि रोगों से बीमार थे। उन्होंने बताया कि लखनऊ स्थित गोमतीनगर से हमारा आठ सीटर काल सेंटर संचालित किया जा रहा। जिसमें वरिष्ठ चिकित्स्कों के साथ अन्य आवश्यक स्टाफ वाराणसी जोन से आ रही फोन काल्स पर निरंतर निवारण करते हैं। बताया कि प्रत्येक पशु एम्बुलेंस में एक पशु चिकित्सक एक चिकित्सकीय सहायक व एक पायलट मौजूद रहता है। श्री वालिया ने लोगों से अपील की, कि अधिक से अधिक संख्या में लोग 1962 पर काल करें और सरकार द्वारा शुरू की गई इस निशुल्क सुविधा का लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि वाराणसी जोन में जौनपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, चंदौली व फतेपुर से सबसे अधिक कॉल प्राप्त हुईं। उन्होंने बताया कि वाराणसी जोन के अंतर्गत मिर्जापुर, हमीरपुर, भदोही, वारणसी,चंदौली, जौनपुर, प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर आदि जिलों में पशु एंबुलेंस द्वारा बेहतरीन परिणाम देखने को मिले हैं। यहां आमजन इस निशुल्क सेवा का लाभ उठाने के लिए आगे आ रहे हैं।

पशुओं के साथ गर्मी में बरतें विशेष सावधानी-
हमारे काल सेंटर में उत्तर प्रदेश सरकार से तैनात सेवानिवृत अपर निदेशक तथा वर्तमान में वरिष्ठ चिकित्सक के रूप में सेवा दे रहे डॉक्टर शिव सिंह ने बताया कि ज्यादा गर्मी में पशुओं को लू लग जाती है। जिस कारण पशु सुस्त हो जाते हैं। लू लगने पर पशुओं में भूख न लगना, बेहोश होकर गिरना, मुंह सूखना, तथा त्वचा सूखी होना आदि लक्षण नजर आने लगते हैं। काल सेंटर में तैनात सेवानिवृत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर एन सी वर्मा ने बताया कि पशुओं के साथ गर्मी में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने पशुओं को लू लगने से बचाने के उपाय भी बताए। बताया कि पशुओं को हमेशा छायादार स्थान पर रखें , सुबह-शाम स्नान कराएं, हरा चारा ठंडा होने पर खिलाएं, दो घंटे के दरम्यान पानी पिलाएं, धूप में कतई न बांधें, ठंडे पानी से तत्काल नहलाना आदि।

Check Also

लोकबंधु राजनारायण कहते थे कि गरीबों को अगर रोटी मिले तो मेरी जान सस्ती है : धर्मेंद्र राय

वाराणसी । समाजवादी पुरोधा लोकबंधु राजनारायण की 38वीं पुण्यतिथि मंगलवार को मनाई गई। राजातालाब भैरवतालाब …