पाकिस्तान में बस पर हुए ‘हमले’ में चीनी इंजीनियरों समेत 13 की मौत


पेशावर/बीजिंग। उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान के पर्वतीय क्षेत्र में बुधवार को निर्माण कामगारों को ले जा रही बस पर हुए ”हमले” में नौ चीनी इंजीनियरों समेत 13 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने कहा कि यह घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अपर कोहिस्तान जिले के दसू इलाके में हुई, जहां चीनी इंजीनियर और निर्माण श्रमिक एक बांध बनाने में मदद कर रहे हैं। यह बांध 60 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) का हिस्सा है।

इस बीच, चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा कि बस पर हमला किया गया। अपर कोहिस्तान के उपायुक्त मुहम्मद आरिफ ने अपने शुरुआती बयान में कहा कि निर्माणाधीन दसू बांध की जगह पर चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को ले जा रही बस में विस्फोट होने से नौ चीनी नागरिकों और फ्रंटियर कोर के दो सैनिकों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई।

अधिकारी ने कहा कि धमाके के बाद बस गहरी खाई में गिर गई। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। संसदीय मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार बाबर अवान ने नेशनल असेंबली में इसे ”कायरतापूर्ण हमला” बताया और कहा कि इससे ”पाकिस्तान व उसके पड़ोसियों के बीच विशेष पहल से ध्यान नहीं हटेगा।”

अवान ने कहा कि वह गृह मंत्री शेख राशिद अहमद से सदन को देश की सुरक्षा स्थिति के बारे में अवगत कराने और घटना के बारे में जानकारी देने के लिए कहेंगे।

बीबीसी उर्दू सेवा ने बताया कि एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा किया कि जोर की आवाज हुई और बस हवा में उछलकर नीचे गिर गई। एक अन्य चश्मदीद के हवाले से उसने कहा कि विस्फोट के बाद बस हवा में उछलती दिख रही थी। कुछ देर बाद जोरदार आवाज के साथ बस जमीन पर गिर गई। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे, जहां घायल चिल्ला रहे थे।

हालांकि, बांध निर्माण के लिए जिम्मेदार जल और बिजली विकास प्राधिकरण (वापडा) ने एक बयान में कहा कि यह एक ”दुर्घटना” थी। अधिकारियों ने कहा कि जांच के बाद और जानकारी दी जाएगी।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ”विस्फोट के बाद बस गहरी खाई में गिर गई और भारी नुकसान हुआ। एक चीनी इंजीनियर और एक सैनिक लापता है। बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।”

खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री के विशेष सहायक कामरान खान बंगश ने कहा कि एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल तथ्यों का पता लगाने के लिए अपर कोहिस्तान के लिए रवाना हो गया है।

उन्होंने कहा, ”मीडिया को सलाह दी जाती है कि इस मामले में अटकलों से बचें।”

बंगश ने कहा कि चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा अधिकारियों को तैनात किया गया था। जो लोग गंभीर हालत में हैं, उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए स्थानांतरित किया जा रहा है। बचाव के लिए 1122 एंबुलेंस और बड़ी संख्या में अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।

इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि चीनी कामगारों को ले जा रही बस यांत्रिक खराबी के बाद खाई में गिर गई, जिसके परिणामस्वरूप गैस का रिसाव होने से विस्फोट हुआ। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार नौ चीनी और तीन पाकिस्तानी नागरिकों की मौत हो गई है। चीनी कामगार और उनके साथ आए पाकिस्तानी कर्मचारी एक परियोजना के लिए अपने कार्यस्थल की ओर जा रहे थे।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि जांच जारी है, जबकि स्थानीय अधिकारी घायलों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान और चीन घनिष्ठ मित्र और पक्के-भाई हैं और पाकिस्तान देश में चीनी नागरिकों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा को बहुत महत्व देता है।

बीजिंग में, चीन ने दसू जल विद्युत संयंत्र के पास बस पर ”बम हमले” की निंदा की और पाकिस्तान सरकार से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का अनुरोध किया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि वह पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुए बम हमले से स्तब्ध हैं और इसकी निंदा करते हैं।

झाओ ने दैनिक समाचार ब्रीफिंग में कहा, ”हम हमले में चीनी और पाकिस्तानी कर्मियों की मौत पर शोक व्यक्त करते हैं और शोक संतप्त परिवारों व घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।”

झाओ ने कहा, ”हमने पाकिस्तानी पक्ष से घटना की तह तक जाने, हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने, कड़ी सजा देने और पाकिस्तान में चीनी कर्मियों, संस्थानों और परियोजनाओं की सुरक्षा की ईमानदारी से रक्षा करने की मांग की है।

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