पंचायत चुनावों में इस बार बूथ पर महिला कर्मी की अनिवार्यता नहीं रहेगी। ड्यूटी महिला कर्मियों की भी लगी है लेकिन सामान्य रूप से तैनाती होगी। वर्ष 2015 के पंचायत चुनावों में प्रत्येक बूथ पर एक महिला चुनाव ड्यूटी कर्मचारी की तैनाती अनिवार्य कर दी गई थी।
इस बार 1748 बूथों पर पंचायत चुनाव होने हैं। इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती का कार्य शुरू हो गया है। सिर्फ मतदान केन्द्रों और बूथों पर ही 6992 कर्मचारी तैनात होंगे। इसमें पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, मतदान अधिकारी द्वितीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रत्येक बूथ पर तैनात किया जाना है। इनके अलावा माइक्रो ऑब्जर्वर, जोनल-सेक्टर मजिस्ट्रेटों की भी तैनाती की जानी है। कुल मिला कर 24 हजार कर्मचारियों का आंकड़ा जिला मुख्यालय में पहुंच चुका है। इनमें से कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के आधार पर कर्मचारियों को मतदान केन्द्र और बूथ आवंटित किए जाएंगे। इन कर्मचारियों में तीन हजार महिलाएं भी हैं लेकिन अनिवार्यता खत्म हो जाने के बाद अब महिला कर्मी कहीं भी तैनात की जा सकेंगी। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि संभव है किसी बूथ पर तीन महिला कर्मचारी तक तैनात हों और किसी पर एक भी नहीं।
बूथों पर न्यूनतम सुविधाओं की मांगी गई रिपोर्ट
डीएम अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर एडीएम वित्त एवं राजस्व विपिन मिश्रा ने आठों ब्लॉकों के मतदान केन्द्रों की रिपोर्ट मांगी गई है। इस रिपोर्ट में न्यूनतम सुविधाओं की जानकारी मांगी गई है। इसमें केन्द्र तक पहुंचने के लिए पक्का रास्ता, चारों तरफ बाउंड्री, पीने के पानी की सुविधा, कमरों में खिड़की और दरवाजे होना, बिजली की निर्बाध सप्लाई और शौचालय शामिल है।