अलीगढ़, संवाददाता। पुलिस बंदी वाहन से AMU के बीए तृतीय वर्ष के छात्र की मौत को लेकर एएमयू में प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया। छात्र की मौत पर निकाले गए प्रोटेस्ट मार्च के दौरान छात्रों ने घर के इकलौते चिराग की मौत पर पीड़ित परिवार के लोगों के लिए मुआवजे की मांग की गई है। इसके साथ ही छात्र की मौत से एएमयू में साथी छात्र गमजदा है। जिसके चलते छात्रों ने कैंपस के डंक पॉइंट से बाबे-ए- सैयद गेट तक प्रोटेस्ट मार्च निकाल कर मृतक छात्र को श्रद्धांजलि दी। वहीं आपको बता दें कि थाना सासनी गेट क्षेत्र के अलीगढ़ आगरा रोड पर शुक्रवार की दोपहर हाथरस पुलिस की बंदी वैन की टक्कर से शिक्षक दंपती के इकलौते बेटे व एएमयू छात्र आगत सिंह की मौत हो गई थी। एक्सीडेंट के बाद बंदी वैन चालक गाड़ी सहित फरार हो गया और मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। इस दौरान बंदी वैन के पिछले पहिये के नीचे आए छात्र को काफी दूर तक घसीटते हुए ले गया था, जिसे देख लोगों के रौंगटे खड़े हो गए। मामले में डीआईजी के संज्ञान के बाद हाथरस एसपी ने बंदी वैन चालक सिपाही को निलंबित कर दिया है और मामले में मृतक के पिता की तरफ से पुलिस बंदी वैन के चालक राजवीर पर थाना सासनीगेट पर मुकदमा दर्ज कराया गया था।
आपको बता दें कि एएमयू बीए तृतीय वर्ष का 19 वर्षीय छात्र आगत सिंह शुक्रवार को अलीगढ़ आगरा रोड बिजलीघर स्थित पंचर की दुकान पर अपनी स्कूटी में पंचर जुड़वाने गया था।इस दौरान वह सड़क सहारे खड़ा था ओर पंचर मिस्त्री उसकी स्कूटी में पंचर जोड़ रहा था।बताया जा रहा है कि तभी हाथरस की तरफ से बंदियों को लेकर आ रही हाथरस पुलिस की बंदी वैन के आगे केबिन में ड्राइवर के बगल वाली साइड में सवार सिपाही डंडे से लोगों को साइड कर रहा था और बंदी वैन चल रही थी। तभी डंडे से लोगों को हटा रहे सिपाही का डंडा सड़क सहारे खड़े होकर स्कूटी में पंचर लगवा रहे छात्र के सिर में लग गया। सिर में सिपाही का डंडा लगते ही छात्र आघात सिंह सड़क पर गिर पड़ा और बंदी वैन के पिछले पहिये के नीचे आकर काफी दूर तक घिसटता चला गया। इस दौरान शोरशराबे पर जैसे तैसे वैन को रोका गया। जिसके बाद बंदी वैन चालक लोगों को मौके पर आता देख वैन सहित फरार हो गया। जिसके बाद में छात्र आघात को निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया गया। इस सूचना पर इलाका पुलिस व परिजन भी पहुंच गए। बेटे की लाश को देख परिजनों में चीख पुकार मच गई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया। जिसके बाद एएमयू छात्र की पुलिस बंदी वैन के नीचे कुचल कर मौत की खबर सुनते ही उसके एएमयू के साथी छात्र भी पोस्टमार्टम पर पहुंच गए थे।जिसके बाद साथी छात्र की मौत पर एएमयू के छात्र गमगीन है और 19 वर्षीय मृतक छात्र के परिवार की मदद को लेकर रविवार को प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया।
छात्र मसूद अली ने बताया कि एएमयू छात्र की मौत को लेकर निकाला गया प्रोटेस्ट मार्च पीसफुल मार्च था। कहा कि हमारे बीच का 19 वर्षीय छात्र जो एएमयू से ग्रेजुएशन कर रहा था. उसकी पुलिस की गाड़ी से एक्सीडेंट में शुक्रवार को मौत हो गई। वहीं मसूद अली का कहना है कि 19 वर्षीय मृतक छात्र आगत सिंह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा ओर घर का इकलौता चिराग था। एएमयू छात्रों ने प्रोटेस्ट मार्च के दौरान सरकार ओर प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग की है। वहीं आरोपी सिपाही राजवीर को सख्त सजा दी जाए। क्योंकि अगर पुलिस ही इस तरीके से दुर्घटना करेगी, तो कैसे चलेगा।
वही एएमयू के छात्र विकास यादव ने कहा कि आगत सिंह की पुलिस की बंदी वैन से एक्सीडेंट में मौत हो गई। उसके लिए एएमयू में श्रद्धांजलि मार्च निकाला है। छात्र की मौत को लेकर निकाले गए प्रोटेस्ट मार्च के दौरान छात्रों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसीएम को दिया है। जिस ज्ञापन में उसके परिवार को मुआवजा और परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग की गई हैं। इसके साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच भी की जानी चाहिए। एएमयू प्राक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि आगत सिंह की एक्सीडेंट में मौत हुई थी. उसके माता-पिता से भी मिला हूं.वह अपने मां-बाप का अकेला बेटा था। छात्रों ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है। छात्रों ने मांग रखी है कि परिवार को उचित मुआवजा दिया जायें।