धर्मशाला। कांगड़ा जिले की बोह घाटी में भूस्खलन के बाद बचाव अभियान जारी है। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है जबकि नौ अन्य के अब भी मलबे में दबे होने की आंशका है।
एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम ने सोमवार को चार लोगों को बचाया था और अन्य को मलबे से बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं।
कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन ने कहा कि सोमवार को बोह घाटी में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के चलते मकान गिरने के बाद एक महिला की मौत हो गई और नौ अन्य लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को बोह घाटी के अपने दौरे के दौरान कहा कि राज्य सरकार उन लोगों को नए मकान प्रदान करेगी, जिनके घर अचानक आई बाढ़ या भूस्खलन में तबाह हो गए हैं।
उन्होंने राहत और बचाव कार्यों के लिए बोह घाटी में एनडीआरएफ की टीम को तुरंत भेजने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया।
उन्होंने गग्गल हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ”सोमवार को भारी बारिश के दौरान बोह का एक गांव बुरी तरह प्रभावित हुआ। मुझे यह जानकर दुख हुआ कि इस भूस्खलन में एक महिला की जान चली गई। नौ लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। हम उन्हें बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
ठाकुर ने कहा कि अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में आठ घर पूरी तरह नष्ट हो गए।