स्पेस से दिखी भारत की खूबसूरत झलक

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चेन्नई । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से 26 नवंबर-2022 को प्रक्षेपण यान पीएसएलवी द्वारा प्रक्षेपित उपग्रह ईओएस-06 ने पृथ्वी की तस्वीरें ली है। जिसमें भारत के हिस्से के भूभाग की छवि देखते ही बनती है। इसरो ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि एनआरएससी/इसरो ने ईओएस-06 पर लगे ओशन कलर मॉनिटर (ओसीएम) पेलोड द्वारा ली गई तस्वीरों से वैश्विक फॉल्स कलर कम्पोजिट (एफसीसी) मोज़ेक तैयार किया है। इसरो ने कहा कि 01 से 15 फरवरी, 2023 की अवधि पृथ्वी को प्रदर्शित करने के लिए 300 जीबी डेटा संसाधित करने के बाद 2,939 अलग-अलग चित्रों को मिलाकर एक किमी स्थानिक रिज़ॉल्यूशन वाला मोज़ेक तैयार किया गया है। ओसीएम पृथ्वी को 13 अलग-अलग तरंगदैर्ध्यों में महसूस करता है, जिससे महासागरों के लिए भूमि और महासागर बायोटा पर वैश्विक वनस्पति कवर पर जानकारी उपलब्ध की जा सके।क्या आपने देखी है अंतरिक्ष से ली गई पृथ्वी की पहली तस्वीर? स्पेस के ...इसरो ने पीएसएलवी-सी54 द्वारा 26 नवंबर, 2022 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार रेंज, श्रीहरिकोटा से आठ नैनो उपग्रहों के साथ ईओएस-06 उपग्रह को दो अलग-अलग एसएसपीओ में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था। ईओएस -06, ओशनसैट श्रृंखला की तीसरी पीढ़ी का उपग्रह है, जो ज्यादा पेलोड क्षमता के साथ ओशनसैट-2 की सेवाएं निरंतर प्रदान करता है। उपग्रह के चार महत्वपूर्ण पेलोड ओशन कलर मॉनिटर (ओसीएम-3), सी सरफेस टेंपरेचर मॉनिटर (एसएसटीएम), केयू-बैंड स्कैटरोमीटर (एससीएटी-3), एआरजीओएस हैं। ओशनसैट-2 को सितंबर, 2009 में वैश्विक महासागरों को कवर करने और वैश्विक विंड वेक्टर के साथ ओशन कलर डेटा की निरंतरता प्रदान करने प्रक्षेपित किया गया था।

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