अलीगढ़: बेमौसम बरसात से किसान हुआ बर्बाद,फसले हुई चौपट,बारिश ने किसानों को रुलाए खून के आंसू

द ब्लाट न्यूज़ अलीगढ़ में हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। जहां क्षेत्रीय किसानों के खेतों में लहराती हुई फसले बेमौसम बरसात के चलते जमीन में मिल गई है। खेतों में खड़ी फसलें बेमौसम बरसात से चौपट होने पर किसान अपनी तबाही के इस मंजर को देख सिहर उठा है। तो वहीं खेतों में खडी 18 बीघा गेहूं की फसल को रुन्द आंखों से बर्बाद होते हुए देख किसान बोला?

 

 

अब उसकी बेटी की शादी कैसे होगी। इसके साथ ही आपको बता दें कि किसानों का कहना है कि इस बेमौसम बरसात में करीब 75 से 80% के करीब फसलें किसानों की चौपट होते हुए बर्बाद हो गई है।ऐसे में किसानों को सरकार से आस है कि बेमौसम बरसात से बर्बाद हुई फसल का सरकार उन्हें उचित मुआवजा देते हुए मदद करें तो ठीक? नहीं तो किसान वैसे ही मरा हुआ है।

आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में हो रही बे मौसम बरसात ने किसानों के खेतों में खड़ी 70% से ज्यादा फसल बेमौसम बरसात के चलते बर्बाद हो गई है। बेमौसम बारिश के चलते खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद होने के बाद किसान अपनी फसलों को देखने के लिए खेतों पर पहुंचे तो तबाही के मंजर को अपनी आंखों से देख किसान सिहर उठा। किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं और अन्य फसलें बेमौसम बारिश के चलते जमीन में मिल गई। खेतों में लहरा की फसलों को जमीन पर मिल जाने के बाद किसान अपनी तबाही और बर्बादी को देख खून के आंसू रोने को मजबूर है। वहीं बेमौसम बारिश में अपनी गेहूं की फसल बर्बाद होने के बाद थाना बरला क्षेत्र के गांव अलहलादपुर किसान प्रेमकिशोर अपनी गेहूं की फसल को देखने के लिए खेतों पर पहुंचा था।

जहां बेमौसम बारिश ने उसके खेतों में खड़ी 18 बीघा गेहूं की फसल बेमौसम बारिश में बर्बाद हो गई। 18 बीघा गेहूं की फसल बेमौसम बारिश में बर्बाद होने के बाद किसान अपने हाथों में बर्बाद हुई गेहूं की फसल को लेकर रुन्द गले से बोला बेमौसम बारिश में उसकी पूरी फसल बर्बाद हो गई है।वहीं बैसाख में उसकी बेटी की शादी होनी थी।

बेटी के शादी से पहले ही उसकी फसल बर्बाद हो गई हैं, अब वह अपनी बेटी की शादी कैसे करेगा? इसके साथ ही उसका कहना है कि इस बेमौसम बारिश में करीब 70 से 75 परसेंट फसल बर्बाद हो गई है। फसल बर्बाद होने के बाद सरकार से उनकी मांग है कि बेमौसम में बर्बाद हुई फसल का उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। जिससे कि फसल बर्बाद होने के बाद किसान अपनी बेटियों की शादी कर सके।

वहीं बेमौसम बरसात में फसल बर्बाद होने के बाद पीड़ित किसान जोगेंद्र सिंह का कहना है कि बेमौसम बारिश में उसकी गेहूं की 80% फसल बर्बाद हो गई है। अब बाकी बची हुई 20% फसल में किसान क्या कर लेगा, बच्चों की शादी,पढ़ाई लिखाई और अन्य खर्चे अपनी फसल बर्बाद होने के बाद कैसे चलाएगा। ऐसे में सरकार से उनकी मांगते की क्षेत्रीय लेखपाल और राजस्व टीम को मौके पर भेजकर उनकी बर्बाद हुई फसल का निरीक्षण कराकर उचित मुआवजा देते हुए मदद करें तो ठीक, नहीं तो किसान वैसे तो मरा हुआ ही है।

Check Also

प्राचीन मंदिर में श्री राम दरबार की प्रतिमाएं असामाजिक तत्वों ने की क्षतिग्रस्त,श्रद्धालुओं में फैला आक्रोश

अलीगढ़, ब्यूरो।  थाना हरदुआगंज क्षेत्र के भुड़ासी गांव के प्राचीन पथवारी मंदिर में घुसकर तीसरी …