मुंबई, । बीते बुधवार को जब बॉलिवुड के दिग्गज ऐक्टर दिलीप कुमार का निधन हुआ, उसी दिन नसीरुद्दीन शाह भी अस्पताल से छुट्टी लेकर घर लौटे। नसीरुद्दीन शाह भी उसी हिंदुजा अस्पताल में भर्ती थे, जहां दिलीप कुमार का निधन हुआ। फेफड़ों में संक्रमण के कारण नसीरुद्दीन शाह को अस्पताल में भर्ती किया गया था। बीमार होने की वजह से वह न तो दिलीप साहब के अंतिम दर्शन करने उनके घर जा सके और न ही विदाई देने कब्रिस्तान। लेकिन अब इमोशनल नसीरुद्दीन शाह ने खुलासा किया है कि अस्पताल में सायरा बानो उनसे मिलने आई थीं। ऐक्टर ने बताया कि दिलीप कुमार उनकी तबीयत का हाल जानना चाहते थे, इसलिए उन्होंने सायरा जी को उनके पास भेजा था।
दिलीप कुमार का बुधवार, 7 जुलाई को 98 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें 29 जून को सांस लेने में तकलीफ के कारण हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। ‘द क्विंट’ से बातचीत में नसीरुद्दीन शाह ने उस दिन को याद किया, जब अस्पताल में दिलीप कुमार की पत्नी और दिग्गज ऐक्ट्रेस सायरा बानो उनसे मिलने पहुंची थीं। नसीर कहते हैं, ‘सायरा ने मेरे सिर पर हाथ रखा और मुझे आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा, साहब आपके बारे में पूछ रहे थे।’
नसीरुद्दीन शाह आगे कहते हैं, ‘मैं उनकी बात सुनकर भावुक हो गया। मैं अस्पताल से छुट्टी से पहले उनसे मिलना चाहता था। लेकिन दुर्भाग्य से जिस दिन मुझे छुट्टी मिली, दिलीप साहब उसी दिन दुनिया से रुखसत हो गए।’ नसीरुद्दीन शाह ने बताया कि उन्हें दिलीप साहब के अंतिम दर्शन नहीं कर पाने का मलाल हमेशा रहेगा। बातचीत के दौरान वह अपने स्ट्रगल के दिनों में दिलीप कुमार के घर पर बिताए दिनों को भी याद करते हैं। वह बताते हैं, ‘मैं करीब एक हफ्ते तक उनके घर पर रुका था। उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे वापस घर लौट जाना चाहिए और अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए। अच्छे परिवार के लोगों को ऐक्टर बनने की चाहत नहीं रखनी चाहिए।’
नसीरुद्दीन शाह बताते हैं कि दिलीप कुमार उनके पिता और बड़ी बहन सकीना आपा को जानते थे। नसीर घर छोड़कर ऐक्टर बनने आए थे। बॉलिवुड के सबसे बेहतरीन ऐक्टर्स में शुमार नसीरुद्दीन शाह ने दिलीप कुमार के साथ सुभाष घई की फिल्म ‘कर्मा’ में काम किया था। नसीर शूटिंग के दिनों को याद करते हुए कहते हैं, ‘अपने करियर में सिर्फ यही एक फिल्म थी, जिसमें ऐक्टिंग करते वक्त मैं नर्वस था। अधिकतर समय तो मैं उनके पास जाने से भी घबराता था। मैं सिर्फ उन्हें शूट पर सुबह नमस्ते करता करता था।’