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ऩई दिल्ली , संसद के चालू बजट सत्र के सातवें दिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए पूर्व यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष पहले ये तय करे कि भारत कमजोर हुआ है या मजबूत. पहले कहते हैं कि देश कमजोर हुआ है, फिर कहते हैं कि भारत दूसरे देशों पर दबाव बनाकर फैसले करवा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब भी अहंकार में जी रहे हैं, वे सोचते हैं कि मोदी को गाली देकर ही रास्ता निकलेगा लेकिन इन लोगों को ईडी का धन्यवाद करना चाहिए कि ईडी के कारण एक मंच पर आए हैं। कुछ लोगों को यहां हार्वर्ड स्टडी का बड़ा जोर है। कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी हार्वर्ड में स्टडी होगी। बीते वर्षों में हार्वर्ड में एक बड़ी रोचक स्टडी हुई है।
द राइज एंड डिक्लाइन इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे विश्वास है कि कांग्रेस की बर्बादी पर बड़े-बड़े विश्वविद्यालय में अध्ययन होना ही होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने अडानी सरकार और जेपीसी के नारे लगाए। स्पीकर ओम बिरला हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों को टोकते हुए कहा कि नेता सदन के संबोधन के दौरान इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है। मोदी ने दुष्यंत कुमार की एक पंक्ति पढ़ीज्तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हे यकीं नहीं। मोदी की स्पीच से पहले लोकसभा में भाजपा सांसदों ने जय श्री राम के नारे लगाए। वहीं, हंगामे पर स्पीकर के टोकने पर मोदी के भाषण से पहले विपक्ष ने वॉकआउट किया। भाषण की शुरुआत में मोदी ने राष्ट्रपति के अभिनंदन की बात कही, तो सत्ता पक्ष ने मेज थपथपाकर स्वागत किया।
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