द ब्लाट न्यूज़ अमेरिका में डूबे एक भारतीय-अमेरिकी दंपति की दो नाबालिग बेटियों को एक पारिवारिक मित्र को सौंप दिया गया है और वह जल्द ही अपने दादा-दादी के पास भारत आ जाएंगी।
बीते सोमवार को अमेरिका के एरोजिना में बर्फ से जमी झील में गिरने से तीन भारतवंशी की मौत हो गई थी। तीनों मृतक में एक दंपती भी थे। दंपती के 7 और 12 वर्ष की आयु की लड़कियों को एरिजोना बाल सुरक्षा विभाग की हिरासत में रखा गया था, जब उनके पिता नारायण मुड्डाना (49) , मां हरिता मुड्डाना, उनके परिवार के मित्र 47 वर्षीय गोकुल मेदिसेटी के साथ बर्फ से जमी झील में डूब गए थे।
कैसे घटी घटना
पुलिस कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि तीनों पीड़ित एरिजोना के चैंडलर के रहने वाले थे और मूलतः भारत से थे। बयान के मुताबिक, जब यह घटना हुई तो सबस्टेशन पर मौजूद दो पुलिसकर्मियों को इसकी सूचना मिली। इसके बाद लगभग तुरंत ही राहत-बचाव दल ने झील में फंसे लोगों को निकालने की कोशिशें शुरू कर दीं। पुलिस के मुताबिक, बचावकर्मियों ने लंबी खोज के बाद तीनों ही लोगों को मंगलवार दोपहर को निकाल लिया। इनमें से दो- नारायण मुद्दाना (49) और गोकुल मेदिसेटी (47) की मौत हो चुकी थी। वहीं, एक महिला हरिता मुद्दाना को जिंदा बाहर निकाल लिया गया। राहत-बचाव कर्मियों ने उसकी जान बचाने के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन भयानक ठंड से मौके पर ही उसकी भी मौत हो गई।
अमेरिका और कनाडा में भीषण ठंड
गौरतलब है कि अमेरिका और कनाडा में इस वक्त भीषण ठंड पड़ रही है। कई राज्यों में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे है। आलम यह है कि कुछ जगह पर बॉम्ब साइक्लोन की स्थिति पैदा हो गई है, जिसकी वजह से राज्यों में बर्फीली हवाओं का प्रकोप बढ़ गया है। इस स्थिति में अब तक सिर्फ अमेरिका में ही 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 25 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।