कानपुर, द ब्लाट। रामादेवी स्थित कांशीराम अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर 10 हजार रूपये घूस लेने और भर्ती हुई युवती से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। वही विरोध के बाद मामला मीडिया की आने की सूचना के पहले ही युवती को वहां से एम्बुलेंस से घर पहुंचा दिया गया। वहीं सूत्रों कि माने तो परिवार को बाद में मैनेज कर लिया गया है।

चकेरी के सनिगवां निवासी सेवानिवृत्त जलकल कर्मी ने बताया कि उनकी 28 वर्षीय बेटी के पेट में पथरी थी। इस पर उन्होंने कांशीराम अस्पताल वरिष्ठ जनरल सर्जन को दिखाया। उन्होंने अच्छे से ऑपरेशन में खर्च आने की बात कही। फिर उन्होंने अस्पताल कर्मी व अपने असिस्टेंट से मिलाकर बात करने की बात कही। कहा वो तुम्हे सब समझा देगा। उसने ऑपरेशन में 10 हजार रुपये का खर्च बताया। वहीं ऑपरेशन के पूर्व ही फाइल बनने की बात कह कर उस असिस्टेंट ने ऑपरेशन रूम में 10 हजार रुपये ले लिए। आरोप है कि इसके बाद बुधवार रात करीब 11बजे नशे की हालत में वह असिस्टेंट आया। उसने मच्छरदानी ठीक से लगाने को कहा। इसके साथ बेटी के कंबल के अंदर हाथ डाल दिया।

यह देख बेटी ने चिल्लाया, तो पत्नी ने भी शोर मचाया। इस पर असिस्टेंट ने पेशाब की नली को ठीक करने की बात कहकर गली गलौज शुरू कर दी। वह काफी नशे की हालत में था। पीड़ित जलकल कर्मी ने बताया कि इस पर गुरुवार अस्पताल से बेटी की छुट्टी करने को कहा। लेकिन, छुट्टी नहीं दी गई। वही मामले की जानकारी शुक्रवार को मीडिया को लगते ही अस्पताल के लोग जबरन बेटी और पत्नी को एक्सरे रूम में ले गए। वहां काफी देर बंद रखा, जिसके बाद लिफ्ट से ऊपर ले गए। इसके बाद नीचे लाकर एम्बुलेंस ने उन्हें घर पहुंचा दिया गया।
वहीं,सीएमएस डॉ. स्वदेश गुप्ता का कहना है कि वार्ड में इस तरह की घटना की जानकारी नहीं हो पा रही है।
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