द ब्लाट न्यूज़ यूक्रेन में पिछले 10 माह से जंग लड़ रही अपनी फौज का मनोबल बढ़ाने के लिए रूस अब गायकों, संगीतकारों और सर्कस कलाकारों को तैनात करेगा। इससे जंग के मैदान में पुराने दिनों का अहसास होगा। हालांकि, जंग किसी दृष्टि से अच्छी नहीं होती और इसका अंजाम तबाही होता है।
किसी निर्णायक अंजाम पर नहीं पहुंच पा रही यूक्रेन जंग के बीच रूस ने कहा है कि वह युद्ध की अग्रिम पंक्ति में संगीतकारों और गायकों को तैनात करेगा। रूसी रक्षा मंत्रालय ने ‘फ्रंट-लाइन क्रिएटिव ब्रिगेड’ (front-line creative brigade) के गठन की घोषणा करते हुए कहा कि इसमें सर्कस कलाकार भी शामिल होंगे। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर यह जानकारी दी है।
इस बीच, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने यूक्रेन में सीमावर्ती सैनिकों का दौरा किया। टेलीग्राम पर बयान में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि शोइगू ने सैनिकों की तैनाती के क्षेत्रों के चारों ओर उड़ान भरी और विशेष सैन्य अभियान के क्षेत्र में रूसी टुकड़ियों की स्थिति का आकलन किया। मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने फ्रंट लाइन और कमांड पोस्ट पर तैनात सैनिकों से बातचीत की। हालांकि, रूसी रक्षा मंत्री के सीमावर्ती क्षेत्रों के दौरे की रूस ने पुष्टि नहीं की है।
उधर, यूक्रेन के सैन्य प्रवक्ता सेरही चेरेवती ने यूक्रेनी टीवी चैनलों से चर्चा में कहा कि हमें विश्वास नहीं हो रहा है कि रूसी रक्षा मंत्री इतने बहादुर हैं कि जंग के मैदान की यात्रा कर लें? ब्रिटेन की खुफिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। कहा गया है कि रूसी सेना का मनोबल कमजोर हो रहा है, उस कारण रूस को जंग लड़ने में बाधा आ रही है। ब्रिटेन का कहना है कि नई रचनात्मक ब्रिगेड के गठन से पहले रूसी जनता से संगीत के उपकरण दान करने की अपील की गई थी। जंग के मैदान में मनोरंजन के जरिए सैनिकों का मनोबल बढ़ाने की ऐतिहासिक परिपाटी है। रूस ने इसके इस्तेमाल का फैसला किया है।
रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर धावा बोला था। इसके बाद पिछले करीब 10 माह से जंग जारी है। भीषण ठंड के बीच यूक्रेन व रूस की सेनाएं मोर्चे पर डटी हैं। दोनों पक्षों के बीच घमासान जारी है।