लखनऊ, द ब्लाट। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग में कार्यरत अनुराग श्रीवास्तव का डाटा उनके कार्यालय में वेबसाइट की मरम्मत करने आए आरोपियों ने ही हैक किया था। इसके बाद मेल के जरिये धमकी देकर पांच बिट क्वाइन (80 लाख रुपये) मांगे थे। साइबर क्राइम थाने की टीम ने तीन आरोपियों को दबोच लिया। साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक मो. मुस्लिम खान के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों में पीजीआई के उतरेठिया बाजार निवासी अमित प्रताप सिंह, वृंदावन योजना सेक्टर-9 का रजनीश निगम और गोमतीनगर एम रसेल कोर्ट निवासी हार्दिक खन्ना है।
थाना प्रभारी के मुताबिक, प्रमुख सचिव के कार्यालय में वेबसाइट से जुड़े काम का टेंडर एक निजी कंपनी के पास था।जिसमें तीनों आरोपी काम करते थे। आरोपियों ने टेंडर पर मिले सरकारी वेबसाइट से संबंधित काम करने के दौरान प्रमुख सचिव की मेल से निजी जानकारी जुटाई। साथ ही मेल के क्लाउड पर इकट्ठा डाटा चोरी किया। पहले तो मेल भेजकर उनके क्रेडिट कार्ड से विदेशी मुद्रा में लेनदेन किया। इसके बाद गूगल ड्राइव से चुराए डाटा व फोटो को बदलकर धमकी भरे मेल भेजे। इसके बदले में पांच बिटक्वाइन भारतीय मुद्रा में करीब 80 लाख रुपये एक वॉलेट में भेजने को कहा था।