नई दिल्ली, द ब्लाट। शुक्रवार को पाकिस्तान के सैनिकों ने राजस्थान से सटी सीमा पर भारत के किसानों और बीएसएफ के जवानों पर फायरिंग की। जिसके बाद जवाब में बीएसएफ ने पाक-रेंजर्स को मुंहतोड़ जवाब दिया। खास बात ये है कि राजस्थान से सटी सीमा पर पिछले कई सालों में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग की कोई घटना सामने नहीं आई थी, क्योंकि दोनों देशों के बीच राजस्थान से सटी सीमा पर कोई बड़ा विवाद नहीं है।
पूरा वाक्या
बीएसएफ के राजधानी दिल्ली स्थित मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे राजस्थान के श्रीगंगानगर सेक्टर के अनूपगढ़ इलाके में पांच स्थानीय किसान बीएसएफ के जवानों के साथ बॉर्डर-फैंस से आगे अपनी जमीन पर खेतीबाड़ी के लिए गए थे. उसी दौरान पाक-रेंजर्स (पाकिस्तान की सीमा सुरक्षा बल) ने भारत की सीमा में मौजूद किसानों और बीएसएफ जवानों पर 6-7 राउंड फायरिंग की. जवाबी कारवाई में बीएसएफ के जवानों ने भी 18 राउंड फायर किए. बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) के मुताबिक फायरिंग में भारत की तरफ कोई हताहत नहीं हुआ है।
बीएसएफ के मुताबिक बिना किसी उकसावे के की गई पाकिस्तानी फायरिंग को लेकर भारत ने अपना विरोध जताया है और जल्द ही दोनों देशों के फील्ड कमांडर्स के बीच फ्लैग-मीटिंग होने की संभावना है। पिछले 22 महीने में ये दोनों देशों के सीमा-सुरक्षा बल के बीच गोलीबारी की ये दूसरी बड़ी घटना है. इससे पहले सितंबर के महीने में जम्मू के अरनिया सेक्टर में भी सीमा पर फायरिंग की घटना सामने आई थी।
हैरानी की बात
राजस्थान में पिछले कई सालों से कोई फायरिंग की घटना सामने नहीं आई थी। क्योंकि दोनों देशों के बीच यहां सीमा को लेकर कोई विवाद नहीं है और कटीली तार लगी हुई है। भारत के किसानों के कटीली तारों से आगे खेत हैं जहां वे बीएसएफ की इजाजत से सुरक्षा-घेरे में खेतीबाड़ी करते आए हैं। यहां तस्करी और जासूसी के लिए घुसपैठ की घटनाएं तो सामने आती रहती हैं जिसको लेकर बीएसएफ चौकस रहती है। बीएसएफ ने फायरिंग कर घुसपैठियों और तस्करों को जरूर मार गिराया है, लेकिन क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग जैसी घटनाएं कम ही सुनने को आई हैं।
आप को बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख, असीम मुनीर ने कमान संभाली है। ऐसे में शुक्रवार की फायरिंग की घटना को उनके पाकिस्तानी सेना की कमान संभालने से जोड़कर भी देखा जा रहा है।