Author : S. S. Tiwari
कानपुर। समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान ने सरेंडर कर दिया है। उन्होंने साथी सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और रूमी हसन के साथ जाकर कमिश्नर बीपी जोगदंड के आवास पर सरेंडर किया। विधायक के साथ उनकी पत्नी नसीमा और बच्चे भी मौजूद रहे। वह एक विवादित झोपड़ी में आग लगाने के आरोप में फरार चल रहे थे।
ये था मामला
कानपुर के जाजमऊ थाना क्षेत्र स्थित डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली बेबी नाज का प्लाट है। यह प्लाट बेबी नाज के पिता का था। पिता के निधन के बाद इस प्लाट पर बेबी नाज अपना कब्जा है। बेबी का परिवार प्लाट में ट्टर और छप्पर डालकर रहता है। बेबी मूलरूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं। बेबी नाज ने आरोप लगाया था कि सपा विधायक और उनके भाई प्लाट पर कब्जा करना चाहते थे।
बीते 7 नवंबर को परिवार के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। इसी बीच विधायक और उनके भाई ने झोपड़ी में आग लगा दी गई। सपा एमएलए अपने भाई के साथ बीते 22 दिनों से फरार थे। वहीं शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के आवास पर जब इरफान सरेंडर करने पहुंचे तो उनकी आंखों में आंसू थे। बेटी से लिपटकर वह रोने लगे। मीडिया के किसी भी सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया।उनके साथ पूरी फैमिली और सपा विधायक अमिताभ बाजपाई, नगर अध्यक्ष भी मौजूद हैं। ख़बर लिखें जानें तक।
इन्होंने बताया
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोर्ट से उनके रिमांड की मांग की जाएगी।
• कानपुर सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई को आगजनी,रंगदारी और जालसाजी के मामले में जेल भेजा गया।