द ब्लाट न्यूज़ सिख धर्म के इतिहास और विरासत को लेकर काम करने वाले एक लेखक को साल 2022 के लिए हॉफस्ट्रा यूनिवर्सिटी इंटरफेथ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
सिंगापुर स्थित लॉस्ट हेरिटेज प्रोडक्शंस के सह-संस्थापक अमरदीप सिंह ने हाल ही में सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक देव द्वारा 16वीं शताब्दी के दौरान की गई यात्राओं को लेकर एक 24 एपिसोड की डॉक्यूमेंट सिरीज का बनाई।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ‘एलेगरी: ए टेपेस्ट्री ऑफ गुरु नानक ट्रेवल्स’ शीर्षक इस सिरीज का नौ देशों में 150 से अधिक जगहों पर फिल्माया गया था। अपने एक बयान में सिंह ने कहा है कि, हॉफस्ट्रा यूनिवर्सिटी से गुरु नानक पुरस्कार प्राप्त करना हमारे विश्वास की विनम्र मान्यता है। सिंह को इस सप्ताह न्यूयॉर्क के वुडबरी में एक समारोह में सम्मानित किया गया। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं, जिनमें ‘लॉस्ट हेरिटेज: द सिख लिगेसी इन पाकिस्तान’ और ‘द क्वेस्ट कंटीन्यूज़: लॉस्ट हेरिटेज – द सिख लिगेसी’ शामिल हैं। सिंह ने अपनी पाकिस्तान यात्राओं के अनुभव के आधार पर पीयरिंग वॉरियर और पीयरिंग सोल डॉक्यूमेंट्री का भी निर्माण किया है। आपको बता दें, अंतर्धर्म की समझ को बढ़ाने के लिए हर दो सालों में गुरु नानक इंटरफेथ पुरस्कार दिया जाता है। पुरस्कार जीतने वाले व्यक्ति को 50 हजार अमेरिकी डॉलर की धनराशि के सम्मानित किया जाता है। विश्वविद्यालय के ओर से जारी किए गए एक बयान में, हॉफस्ट्रा के अध्यक्ष सुसान पोसर ने कहा कि एक लेखक और स्वतंत्र फिल्म निर्माता के रूप में सिंह का सिख विरासत और संस्कृति की खोज और संरक्षण का काम, गुरु नानक देव के मूल्यों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। हॉफस्ट्रा कॉलेज ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइंसेज के कार्यवाहक डीन डेनियल सीबोल्ड ने बताया कि समिति ने सर्वसम्मति से 18 नामांकितों में से सिंह को चुना है। गौरतलब है कि, दलाई लामा साल 2008 में गुरु नानक देव पुरस्कार जीतने वाले पहले विजेता थे। तब से, आठ व्यक्तियों और संगठनों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। गुरु नानक इंटरफेथ पुरस्कार की स्थापना साल 2006 में सरदार ईशर सिंह बिंद्रा और उनके परिवार द्वारा की गई थी। यह विभिन्न धर्मों की समझ को प्रोत्साहित करने और विश्वास समुदायों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए है।