विधायक सिंह का कहना है कि उन्हें दिया गया वाहन बहुत खस्ताहाल है। यह खुद उनके लिए खतरा बन सकता है। वाहन 13 साल पुराना है। उनका कहना है कि तेलंगाना के कुछ विधायकों को खतरे को देखते हुए नए वाहन प्रदान किए गए हैं। उन्होंने जानना चाहा कि उनकी जान को खतरे के बावजूद उन्हें नया वाहन नहीं देने के पीछे क्या साजिश है?
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग लापरवाही कर आतंकी संगठनों व असामाजिक तत्वों को मुझ पर हमले का मौका दे रहा है। 17 नवंबर को लिखे पत्र में सिंह ने कहा कि पुलिस मेरी जान को खतरे में डाल रही है। विधायक राजा सिंह ने पुलिस से अनुरोध किया है कि वह तत्काल कार्रवाई करे और वाहन को तुरंत बदल दे। सिंह ने कहा कि उनके अनुरोध के आधार पर अधिकारियों ने पहले उनका वाहन बदल दिया था। हालांकि, हाल ही में जब वे आपातकालीन कार्यों के लिए जा रहे थे तभी इस वाहन ने भी परेशान कर दिया।
तेलंगाना हाईकोर्ट ने हाल ही में राजा सिंह के खिलाफ दायर निवारक निरोध अधिनियम Preventive Detention Act को रद्द कर दिया और जेल से उनकी रिहाई का आदेश दिया था। पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ टिप्पणी से संबंधित एक मामले में जमानत मिलने के कुछ दिनों बाद पुलिस ने 25 अगस्त को हैदराबाद के गोशामहल क्षेत्र से विधायक को निवारक हिरासत कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन्हें भाजपा से निलंबित कर दिया गया था।
इस बीच राचकोंडा पुलिस ने भाजपा विधायक राजा सिंह के खिलाफ 22 अगस्त के विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘सर तन से जुदा’ के कथित नारे लगाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। आईपीसी की धारा 153-ए, 506, 509 और सांप्रदायिक हिंसा अधिनियम की धारा 19 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। सदर अली, जफर खान और नसरीन सुल्ताना सहित AIMIM नेताओं ने प्राथमिकी दर्ज की।