उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर के जाजमऊ में बड़ा हादसा हो गया। शालीमार टेनरी में गुरुवार देर शाम सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस के चपेट में आने से 3 मजदूरों की मौत हो गई। इसके बाद कर्मचारियों ने हंगामा किया। कर्मचारियों का आरोप है कि टेनरी संचालक की लापरवाही से ये हादसा हुआ है। उसको अरेस्ट करना चाहिए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Author : Rishabh Tiwari
कानपुर। जाजमऊ थाना क्षेत्र में गुरुवार देर शाम बड़ा हादसा हो गया। जहा शालीमार टेनरी के सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस के चपेट में आने से 3 मजदूरों की मौत हो गई। मौत होने की वज़ह से वहा काम करने वाले कर्मचारियों ने जाम कर हंगामा किया। कर्मचारियों का आरोप है कि टेनरी संचालक की लापरवाही से ये हादसा हुआ है। उसको अरेस्ट करना चाहिए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।


हादसे ने लील ली तीन जिंदगियां
इस हादसे में जान गवाने वाले सोनू, सुखबीर और सत्यम पर अपने-अपने परिवारों की जिम्मेदारी थी। सुखवीर की मौत से दो बेटियां बेसहारा हो गईं तो सोनू के चार माह के बेटे की अभी आंखें भी खुलना शुरू नहीं हुईं थी और पिता को ठीक से देखने से पहले ही उसके सिर से पिता का साया उठ गया। तीन मजदूरों की मौत से गुस्साए लोगों ने शुक्रवार की सुबह अस्पताल के बाहर जाम लगाने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर भी हंगामा किया। इसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। एसीपी स्वरूप नगर, एसीपी कर्नलगंज और एसीपी नजीराबाद भी मौके पर मौजूद हैं। परिवार वाले हत्या का आरोप लगाते हुए पोस्टमार्टम के लिए शव ले जाते समय हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने समझाकर शांत कराया है।

किनके परिवार में कौन- कौन
1.कानपुर देहात के बिसलाया गांव के रहने वाले सुखबीर गौतम पांच भाइयों व दो बहनों में तीसरे नंबर के भाई थे। सुखवीर अपने परिवार में पत्नी रितु और 5 साल की बेटी प्रिंसी और 3 साल की बेटी नैंसी के साथ रह रहे थे।
2.बिनगवां कैलाश नगर नवासी 28 वर्षीय सोनू सोनकर दो साल से सीवर टैंकर के ट्रैक्टर पर काम कर रहा था। भाई ने बताया के सोनू की पत्नी नंदिनी ने चार महीने पहले ही बेटे को जन्म दिया था। बेटे का नाम उन्होंने शियांश रखा था। उन्हें भी सोनू के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना मिली थी, जिसपर वह लोग एलएलआर अस्पताल हैलट पहुंचे तो इमरजेंसी में कुछ पता नहीं लगा। काफी देर बाद इमरजेंसी के बाहर तीन शव रखे दिखाई दिए और जब चादर हटाई तो सन्न रह गए क्योंकि एक शव सोनू का था। सत्यम के घरवालों को सुबह पता चला
3. साढ़ के पड़री लालपुर निवासी 31 वर्षीय सत्यम तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी शादी तय हो गई थी और गर्मियों के मौसम में बरात जाना तय था। छोटे भाई शिवम ने बताया कि काम अधिक होने पर भाई कभी-कभी दोस्तों के पास रुक जाते थे। रात में उनको फोन कॉल की तो स्विच ऑफ आ रहा था। सुबह करीब 7:00 बजे परिचितों से हादसे की जानकारी मिली तो वह तुरंत आ गए।
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