राजपाल यादव हिन्दी सिनेमा के हास्य अभिनेता हैं. जो अपनी कॉमेडी की जबर्दस्त टाइमिंग के लिए जाने जाते हैं. बॉलीवुड में राजपाल यादव नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं हैं, लेकिन हाल ही में खबर आई कि उन्होंने अपना नाम बदल लिया है. 50 साल की उम्र में सिनेमा में इतना नाम कमाने के बाद आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया. इस खबर को सुनकर हर कोई हैरान हैं. चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने ये कदम क्यों उठाया.
22 साल के करियर से बनाई पहचान
राजपाल यादव को बॉलीवुड में 22 साल हो चुके हैं. इस दौरान उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत इंडस्ट्री में अपना नाम कमाया है. साल 1999 में फिल्म ‘दिल क्या करे’ से राजपाल यादव ने फिल्मों में एन्ट्री की. इसके बाद तो उन्होंने ‘हंगामा’, ‘चुप-चुप के’, ‘फिर हेरा फेरी’, ‘ढोल’, ‘प्यार तूने क्या किया’ जैसी फिल्मों में सह-कलाकार की भूमिका अदा की. इसके अलावा ‘मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं’, ‘लेडीज टेलर’, ‘पति पत्नी और वो’ जैसी फिल्मों में लीड रोल किए.
50 की उम्र में बदला नाम
राजपाल यादव ने मार्च में अपने 50वें जन्मदिन पर नाम बदलने का फैसला किया. उन्होंने अपने नाम के साथ पिता का नाम नौरंग जोड़ लिया है. अब उनका नाम राजपाल नौरंग यादव है. एक वेबसाइट से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मैं 1997 में मुंबई आया, तो मेरे नाम के साथ पिता का नाम जोड़ा गया था, ये राज्य का नियम था. ये नाम पासपोर्ट पर भी है’. राजपाल ने कहा कि अपने 50वें बर्थडे पर पिता के नाम को जोड़ने का फैसला किया. अब ये नाम फिल्मों में भी नजर आएगा.
आने वाली फिल्म भी बनी वजह
उनके नाम बदलने की एक वजह उनकी अपकमिंग फिल्म ‘फादर ऑन सेल’ भी है. जिसकी कहानी इससे ही मिलती जुलती है. राजपाल ने कहा कि जबसे उन्होंने नाम बदला है तबसे उनके पिता का नाम इतनी बार लिया गया जितनी बार पहले कभी नहीं लिया गया होगा.
फादर ऑन सेल के अलावा राजपाल यादव और भी कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं. वो जल्द ही ‘हंगामा-2’, ‘हैली चार्ली’ और ‘भूल भुलैया 2’ में भी दिखाई देंगे.