बाइडन के कार्यकाल में शेष दो साल अमेरिकी संसद पर किसका नियंत्रण रहेगा

अमेरिका में मध्यावधि चुनाव का आयोजन मंगलवार को होना है। इससे पता चलेगा कि बाइडन के कार्यकाल में शेष दो साल अमेरिकी संसद पर किसका नियंत्रण रहेगा। इसके लिए 50 राज्यों के 435 सीटों पर मतदान होना है। इसमें बहुमत के लिए 218 सीटें चाहिए। इसमें यदि रिपब्लिकन पार्टी की जीत होती है तो 3 जनवरी 2023 से 3 जनवरी 2025 तक देश की संसद के सभी फैसले उनके हाथ में रहेंगे।

 

अमेरिका में हाउस आफ रिप्रजेंटेटिव्स में 435 सीट हैं, ऊपरी सदन में 100 सीट हैं
रिप्रजेंटेटिव्स का कार्यकाल 2 साल का है, हर 2 साल बाद चुनाव होता है
सीनेट सदस्य 6 साल तक रहते हैं, इनमें एक तिहाई का चुनाव हर 2 साल में होता है
50 राज्यों के 435 सीटों पर वोटिंग होगी
निचले सदन हाउस आफ रिप्रजेंटेटिव्स की सभी 435 सीटों पर, जबकि ऊपरी सदन की एक तिहाई यानी 34 सीट पर चुनाव है।

ये वादे पूरा नहीं कर सके हैं बाइडन
2 साल की कार्यकाल के दौरान बाइडन राष्ट्रपति के तौर पर कई मोर्चे पर असफल रहे हैं।

आनन-फानन में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की निकासी

यूक्रेन संकट में बाइडन की ढीली भूमिका की भी आलोचना हो रही है

इन सबके अलावा तेल की कीमत का मुद्दा, हथियारों के इस्तेमाल पर अंकुश आदि मुद्दे भी बाइडन की लोकप्रियता को कम कर रहे हैं।

देश के सभी राष्ट्रपति के कार्यकाल में संसदीय चुनाव दो बार होता है। राष्ट्रपति के कार्यकाल के 2 साल बाद होने वाला चुनाव काफी अहम होता है। इस चुनाव के नतीजे को राष्ट्रपति के काम से जोड़ा जाता है। राष्ट्रपति की पार्टी का उम्मीदवार हारता है तो राष्ट्रपति की लोकप्रियता में कमी और जनता की नाराजगी मानी जाती है। बता दें कि साल 2024 में अमेरिका में भी अगले राष्ट्रपति चुनाव होंगे।

अमेरिका के फिलाडेल्फिया के एक बार में हुई अंधाधुंध गोलीबारी, 12 लोग घायल

बता दें कि हाउस आफ रिप्रजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट्स के पास 9 सीट का बहुमत है। वहीं सदन में डेमोक्रेट्स के 422 और रिपब्लिकन के 413 सदस्य हैं। डेमोक्रेट्स की जीत के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के वीटो वोट की अहम भूमिका होती है ।

Check Also

चंद्रमा मिशन पर नहीं दिखा पाकिस्तान का झंडा…

पाकिस्तान: पाकिस्तान की मीडिया में इस समय पाकिस्तानी चंद्रयान की खूब चर्चा हो रही है, …