पुलिस कस्टडी में युवक की हुई मौत, लीपापोती में लगे अधिकारी

उत्तर प्रदेश सरकार में योगी राज में यूं तो अपराधियों के ऊपर लगाम कसने के लिए कहा जाता है लेकिन इन दिनों कानपुर आउटर की बिधनू थाना क्षेत्र की घटना को देखा जाए तो लगता है कि उत्तर प्रदेश सरकार की यूपी पुलिस मसीहा नहीं बल्कि एक लापरवाह पुलिसिंग व्यवस्था कहीं जा सकती है ऐसा ही कुछ इस केस में भी है, जहां एक तरफ मृतक राजेश कुमार की मौत हो गई है परिजन पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं वही आला अधिकारी है कि चुप्पी साधे हुए हैं और खाना पूर्ति करने में लगे उन्हें विभागीय मोह नहीं छोड़ रहा आखिर ऐसा क्यों।


Author : Rishabh Tiwari


कानपुर। बिधनू थाने में पुलिस कस्टडी डेथ का मामला सामने आया है। मामूली मारपीट के बाद हिरासत में लिए 48 वर्षीय राजेंद्र की अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कस्टडी में आने के ठीक 1 घंटे के अंदर राजेंद्र की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें बिधनू CHC लाने में करीब 30 मिनट लगे, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।वही पुलिस का कहना है कि परिवार को इस मौत की खबर भेजी गई है। चूंकि बॉडी हैलट हॉस्पिटल में पहुंच चुकी थीं।

ये था मामला 

कानपुर के आउटर में शामिल रमईपुर के रहने वाले 48 वर्षीय राजेंद्र कुमार भट्ठे में ट्रैक्टर ड्राइवर थे। उनकी रविवार रात पड़ोस में रहने वाले छोटे भाई बबलू से मारपीट हो गई थी। दोनों के बीच जमीन का विवाद था। लेकिन दिवाली से पहले बबलू के घर के सामने राजेंद्र ने ईट लगवा दी थीं। घर के सामने ईट लगने से उसको आने-जाने में परेशानी हो रही थी। झगड़ा बढ़ने के बाद रविवार रात करीब 10.39 बजे पुलिस कंट्रोल रूम की सूचना दी गई। 10 मिनट में पुलिस पहुंच गई थी। PRV पुलिस ने दरवाजे गाली-गलौज कर रहे राजेंद्र को हिरासत में लेकर बिधनू थाने ले गई थी। रात में करीब 12.30 बजे पुलिस राजेंद्र को लेकर बिधनू CHC पहुंची थी। डॉक्टर को बताया गया कि हवालात में उनकी तबीयत बिगड़ गई। 12:45 बजे रात में बिधनू सीएचसी से हैलट रेफर किया गया। रात 2 बजे हैलट में जांच के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। वहीं परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उन्हे मौत होने की जानकारी नही दी।

ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव

परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

वही मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से राजेश कुमार की मौत हुई है। पुलिस ने परिजनों राजेश की मौत की बिना जानकारी दिए। लाश को लावारिस में करके आगे की कार्रवाई करके फाइल बंद करने का उद्देश्य बताया। वही राजेश की मौत की उनको सुबह 5:00 बजे बताया गया कि राजेंद्र कुमार की मौत हो गई है। परिजनों ने दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

इन्होंने ये कहा, दिया अनुशासन 
वहीं एसपी आउटर ने कहा है कि पूरे मामले की जांच करवा रहे हैं। परिवार का आरोप है कि पिटाई हुई। पोस्टमॉर्टम में अगर ऐसे साक्ष्य मिलते हैं, तो आरोपी पुलिस वालों पर एक्शन होगा। 

Check Also

कर्मचारी एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे : हरिकिशोर तिवारी

बलिया । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के द्विवार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने …