ब्यूरो रिपोर्ट: एस.एस.तिवारी
कानपुर। मिशन शक्ति योजना के तहत अब थानावार महिला सलाहकार सुरक्षा समिति का गठन किया जाएगा। पुलिस मित्र के रूप में ये महिलाएं पीडि़ता और पुलिस प्रशासन के बीच सेतु का काम करेंगी और जरूरत पडऩे पर घरेलू मामलों में काउंसिलिंग के जरिए निस्तारण भी करेंगी। हर समिति में 10 से 20 महिलाएं शामिल की जाएंगी।
महिलाएं किसी अपराध के होने पर अमूमन थाने की चौखट पर आने से घबराती हैं। यही नहीं पुरुष पुलिसकर्मी के होने पर वह अपनी बात सहजता से नहीं कह पातीं या फिर ठीक से पैरवी नहीं कर पाती हैं। महिलाओं की इसी समस्या को देखते हुए मिशन शक्ति योजना के तहत थानों में महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई थी। अब महिलाओं की सुरक्षा और उनकी आवाज को पुलिस प्रशासन तक पहुंचाने के लिए हर थाने में महिला सलाहकार व सुरक्षा समिति का गठन किया जा रहा है।
समिति में थानाक्षेत्र की संभ्रांत महिलाओं को उसी तरह से शामिल किया जाएगा, जिस तरह से थानेवार पीस कमेटी का गठन किया गया था। पुलिस के मुताबिक कमेटी में क्षेत्र की संभ्रांत समाजसेवी, शिक्षिकाएं, अधिवक्ता व महिला उद्यमी के साथ ही राजनीति में सक्रिय महिलाएं भी शामिल की जाएंगी। ये महिलाएं किसी पारिवारिक विवाद के होने पर काउंसलर की भी भूमिका निभाएंगी, ताकि पीडि़ताओं को उनके परिवार में सम्मानजनक स्थान दिलाकर झगड़ों को खत्म किया जा सके। पीडि़त महिलाएं कमेटी की सदस्यों से अपनी परेशानी खुलकर बता सकेंगी। इससे उनकी समस्या को हल करने में पुलिस को आसानी होगी।
इधर,एसपी पश्चिम डॉ.अनिल कुमार ने बताया कि शासन से थानों में महिला सलाहकार समिति बनाने के निर्देश आए हैं। थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने थाना क्षेत्र में संभ्रांत महिलाओं को चिह्नित कर उन्हें समिति में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करें। जल्द ही समितियों का गठन किया जाएगा।
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